भोपाल। मध्यप्रदेश में लॉकडाउन फेज-2 का आज 11वां दिन है। संक्रमित मरीजों और मौतों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में शुक्रवार को 8 मौतें हुईं। राजधानी में अब तक 110 स्वास्थ्यकर्मी और 41 पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आशंका व्यक्त जताई है कि भोपाल के जहांगीराबाद इलाके में मरीजों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। उधर, भोपाल के 1000 और इंदौर के 600 सैंपल विशेष विमान से पुडुचेरी भेजे गए। दिल्ली से भी भोपाल के 1700 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। इस तरह राज्य के अलग-अलग जगहों से लिए कुल 8843 सैंपल की जांच रिपोर्ट पेंडिंग है।
मध्य प्रदेश के अन्य राज्यों में 1.10 लाख मजदूर फंसे हैं। इनकी वापसी के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बड़ा अभियान शुरू करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की है। मजूदरों को लाने के लिए उनके परिजन को यहां से जाने की अनुमति दी जाएगी। प्रदेश में दूसरे जिलों में फंसे मजदूर भी अपने जिले में वापस जा सकेंगे। इसके लिए वे अपने या सरकार के साधनों का उपयोग कर सकेंगे। लेकिन इंदौर और दूसरे संक्रमित क्षेत्रों से किसी मजदूर को आने-जाने की अनुमति नहीं होगी।
लॉकडाउन के दौरान खुलने वाली दुकानों का दायरा बढ़ा, फैसला शाम तकराहतभरी खबर यह है कि एक-दो दिन में लोगों को जरूरत की चीजों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। शुक्रवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के दौरान खुलने वाली दुकानों का दायरा बढ़ा दिया है। केंद्र से नई गाइडलाइन मिलने के बाद राज्य सरकार आज शाम तक नए आदेश जारी कर सकती है। हालांकि, इस दायरे में हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट एरिया को किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी।
भोपाल में 3 मई तक कोई राहत नहीं मिलेगीकलेक्टर तरुण पिथोड़े ने कहा कि भोपाल रेड जोन में है, इसलिए केंद्र सरकार का 50 फीसदी दुकान खोलने का आदेश शहर में लागू नहीं होगा। 3 मई के बाद इस पर विचार किया जाएगा। अभी जो व्यवस्थाएं लागू हैं, उसी के अनुसार दूध, सब्जी और किराना दुकानें चालू रहेंगी। अन्य कोई अतिरिक्त छूट नहीं दी गई है।