नई दिल्ली। कोरोनावायरस के संक्रमण से लड़ाई के बीच सोमवार को कुछ राहतभरी खबरें आई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में संक्रमण के मरीजों का रिकवरी रेट 22 फीसदी हो गया है यानी 10 दिन के दौरान इसमें करीब 10 फीसदी का इजाफा हुआ है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज बताया कि संक्रमण से अब तक 6184 लोग सही हो चुके हैं। 85 जिलों में पिछले 14 दिनों से कोई केस नहीं आया है।
लव अग्रवाल ने कहा- ठीक हुए मरीज संक्रमण नहीं फैलाते। वे हमें इस बीमारी से लड़ने की प्रेरणा ही देते हैं। उनकी एंटीबॉडी का प्रयोग करके हम संक्रमितों का इलाज कर सकते हैं। प्लाजमा थैरेपी कई जगहों पर सफल हुई है। कोरोना वॉरियर्स के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करना है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा है कि रेड जोन और ऑरेंज जोन में सख्ती बरती जाए। ग्रीन जोन में भी ऐहतियात की जरूरत है। कोशिश करें कि ग्रीन जोन वाले एरिया में भी संक्रमण का कोई मामला सामने न आए।
जरूरी सामान की सप्लाई तेजी से हो रहीएमपावर ग्रुप-5 के चेयरमैन ने बताया कि जरूरी सामानों की सप्लाई चेन में बढ़ोतरी हुई है। 30 मार्च तक देश में जरूरी सामान की सप्लाई के लिए ट्रक, फूड और फार्मा की मूविंग 46% था, जो 25 अप्रैल तक बढ़कर 76% हो गई। मजदूरों तक खाना पहुंचाने का काम तेज हो रहा है। ढाबे खुल गए हैं। फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स और पैकेजिंग यूनिट्स भी शुरू हो चुकी हैं। रोज डेढ़ करोड़ लोगों को खाना सर्व किया जा रहा है। गरीबों को खाद्यान्न उपलब्ध कराए गए हैं।
हमारे पास डेडिकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल्स हैं। यह सिर्फ कोरोना संक्रमितों के लिए हैं। नॉन कोविड हॉस्पिटल्स में अन्य बीमारियों का इलाज कराया जाए। यह सर्विस सुचारू रूप से शुरू करने का आदेश दिया गया है। टेलीमेडिसिन की मदद भी लोग ले सकते हैं।
80% से ज्यादा गेहूं की कटाई हो चुकीगृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्यसलिला श्रीवास्तव ने कहा कि आर्थिक व्यवस्था सही करने के लिए लॉकडाउन में छूट दी गई थी। 26 अप्रैल तक 80 प्रतिशत से अधिक गेहूं की कटाई हो चुकी है। 80 प्रतिशत मंडियों का संचालन शुरू हो गया है। दाल और तिलहन की खरीदारी जारी है। 80 हजार से ज्यादा किसान और 70 हजार से ज्यादा व्यापारी ऐप पर पंजीकृत हैं। दो करोड़ से ज्यादा श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध हुआ है।