इंदौर। खजराना टीआई संतोष सिंह यादव शनिवार को कोरोना से स्वस्थ हो गए। उन्होंने कहा कि यदि आप हौसला रखते हैं तो कोरोना कोई बहुत बड़ी बीमारी नहीं है, उसे हराया जा सकता है। अस्पताल से निकलते ही वे सबसे पहले अपने घर पहुंचे। यहां बेटी अनन्या और पत्नी कल्पना यादव को 12 फीट की दूरी पर खड़े होकर मुलाकात की। पापा को सामने पाकर बेटी का चेहरा खिल उठा। उसने कहा- ‘पापा आपने कोरोना को हरा दिया...।’ इस पर उन्होंने बेटी को हाथ से इशारा किया और वापस होटल लौट गए।
15 अप्रैल को खजराना टीआई संतोष सिंह यादव ने बुखार और गले में खराश होने पर टेस्ट करवाया गया था। उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। वाॅट्सएप पर प्रशासनिक अधिकारियों ने जब ये जानकारी उन्हें दी तो उन्होंने हौसला नहीं हारा। वे तत्काल अधिकारियों के निर्देश पर चोइथराम हॉस्पिटल में भर्ती हुए। यहां उन्हें डाॅक्टर्स और नर्स ने बेहतर उपचार दिया। ठीक होने के बाद टीआई ने अस्पताल से बाहर निकलते ही सबसे पहले इन्हीं कोरोना वाॅरियर्स का अभिवादन किया। उन्हें थैंक्स बोलकर बाहर निकले।
टीआई ने बताया वायरस को शरीर से निकालने का तरीकाटीआई यादव ने बताया कि वायरस के लक्षण मिलते ही घबराएं नहीं। रोजाना सुबह गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करें। वायरस गले में 72 घंटे रहता है। गरारे से ही ये शरीर से बाहर निकाला जा सकता है। दिनभर गर्म पानी (लौंग, हल्दी, अदरक) का पीते रहें। मुंह में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग रखें और गर्म पानी की भाप लेने से ये श्वांस नली से भी निकल जाता है। उन्होंने कहा कि गवर्नमेंट के जो नियम हैं, उसका पालन करें, तभी इससे बचाव संभव है। अंत में कहा- ‘मन के हारे हार है, मन के जीते जीत’ इसलिए मन में इसका भय ना बनाएं। सिर्फ सावधानी से ही इससे बचा जा सकता है।