भोपाल। खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि उपभोक्ताओं को राशन की दुकानों पर बेहतर गुणवत्ता की खाद्य सामग्री सहज रूप से उपलब्ध करायी जाये। राशन की दुकानों पर आने वाले बुजुर्ग, दिव्यांग तथा बीमार उपभोक्ताओं को राशन के लिये कतार में खड़ा नहीं होना पड़े, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उपभोक्ताओं के हितों के साथ लापरवाही करने वाले किसी भी अधिकारी और दुकानदार को बख्शा नहीं जायेगा। मंत्री श्री सिंह तोमर ने इंदौर में संभागीय समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिये। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट भी विशेष रूप से शामिल हुए।
मंत्री श्री तोमर ने कहा कि खाद्य विभाग जरूरतमंद व्यक्तियों के हितों का रक्षक है। सभी अधिकारी मानवीयता एवं सेवा भाव से अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन करें। श्री तोमर ने कहा कि प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जा रहा है। यह प्रयास किये जा रहे हैं कि उपभोक्ताओं को सहज रूप से खाद्यान्न सामग्री मिले। ऐसे उपभोक्ता जो राशन की दुकान तक नहीं आ सकते हैं, उन्हें राशन उपलब्ध कराने के लिये किसी अन्य व्यक्ति को नामांकित करने की सुविधा दी गई है। इसके अलावा जिलों में अग्रिम आवंटन दिया जा रहा है, जिससे दुकानदार अग्रिम उठाव कर अगले माह की पहली तारीख से ही खाद्यान्न वितरण शुरू कर सके। अभी से ही फरवरी माह का आवंटन जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि रबी उपार्जन के लिये सभी खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिये छाया, पानी, भोजन आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जाये। किसी भी किसान को परेशान नहीं होना पड़े, यह सुनिश्चित किया जाये। किसानों को समय पर उनकी उपज का भुगतान भी मिले। श्री तोमर ने पेट्रोल पम्पों की नियमित जाँच करने के निर्देश दिए।
मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि आदिवासी बहुल जिलों में विशेष ध्यान दिया जाये। यह व्यवस्था की जाये कि सभी निराश्रित बुजुर्गों को समय पर राशन मिले।
अन्यत्र रखे खाद्यान्न की जाँच के आदेश
मंत्री श्री तोमर ने इंदौर स्थित वेयर हाउस तथा लोकसेवा सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित महाराजा प्रताप नगर का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वेयर हाउस के एक अन्य कक्ष में 200 क्विंटल खाद्यान्न रखा पाया। खाद्यान्न संदिग्ध अवस्था में रखे पाये जाने पर उन्होंने जाँच के आदेश दिये और कहा कि दस दिन में जाँच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाये। जाँच में दोषी पाये जाने वाले अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाये। उन्होंने वेयर हाउस परिसर में गंदगी पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त कर उन्होंने स्वयं ही सफाई की।