दावोस। स्विट्जरलैंड में दावोस वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 50वीं समिट मंगलवार से शुरू हो गई। इस दौरान ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका ऐसी आर्थिक तेजी के मध्य में है, जैसी दुनिया में पहले कभी नहीं देखी गई। अमेरिकियों का सपना पूरा हो रहा है। आज अमेरिका की मिडिल क्लास फैमिली भी बेहतर स्थिति में है। उन्होंने आखिरी बार दावोस समिट को दो साल पहले संबोधित किया था।
ट्रम्प के अनुसार, उनकी सरकार आने के बाद 1.1 करोड़ लोगों को नौकरियां मिलीं हैं। देश में औसत बेरोजगारी दर पहले से काफी कम हुई है। ऐसा किसी भी अन्य अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकाल में नहीं हुआ। चीन के साथ ट्रेड डील को लेकर उन्होंने कहा कि अमेरिका-चीन के बीच दूसरी ट्रेड डील की शुरुआत जल्दी ही होगी। चीन के साथ हमारे संबंध कभी अच्छे नहीं रहे हैं।
थनबर्ग भी समिट में शामिल
समिट में स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग भी शामिल हो रही हैं। थनबर्ग जलवायु परिवर्तन को लेकर संदेश दे सकती हैं। पिछले साल यूएन में ट्रम्प को देखकर थनबर्ग की मुंह बिचकाने वाली तस्वीर वायरल हुई थी। एक बार फिर दोनों आमने-सामने हैं।
ट्रम्प जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर संश्यवादी रहे हैं
दावोस में 21 से 24 जनवरी तक होने वाले सम्मेलन में दुनियाभर के राजनेता, उद्योगपति और नामी चेहरे पहुंचे हैं। भारत की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शामिल हो रहे हैं। सम्मेलन में पर्यावरण और आर्थिक संकट पर चर्चा होगी। ट्रम्प जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर हमेशा संशयवादी रहे हैं। कई सरकारें जलवायु परिवर्तन को लेकर लोगों को जगाने में विफल रही हैं, वहीं थनबर्ग युवाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरी हैं।
ग्रेटा-ट्रम्प के बीच ट्विटर वॉर
इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं है कि ट्रम्प और थनबर्ग आपस में मिलेंगे। पिछले दिनों दोनों के बीच ट्विटर पर नोक-झोंक भी हुई। ग्रेटा को अमेरिका की टाइम मैगजीन ने 2019 का ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुना था। इसके बाद ट्रम्प ने ट्वीट किया था- बेहद हास्यास्पद, ग्रेटा को अपने गुस्से पर काबू पाना चाहिए और दोस्तों के साथ पुरानी फैशनेबल मूवी देखनी चाहिए। चिल ग्रेटा।
ट्रम्प के ट्वीट के बाद ग्रेटा ने अपने ट्विटर का बायो बदला दिया और लिखा- ‘‘अपने एंगर मैनेजमेंट पर काम कर रही एक टीनएजर। फिलहाल चिल कर रही हूं और एक दोस्त के साथ पुरानी फैशनेबल मूवी देख रही हूं।’’ पिछले साल महासभा की वार्षिक बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के मुख्यालय में जब ट्रम्प और उनकी टीम सभा में आई थीं, तब ग्रेटा नाराज नजर आई थी। उनकी यह तस्वीर काफी वायरल हुई थी।
53 देशों के राष्ट्र प्रमुखों के शामिल होने की उम्मीद
समिट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के कार्यकारी अध्यक्ष क्लाउस श्वाब और यूरोपीय सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड शामिल होंगे। इसमें 53 देशों के राष्ट्र प्रमुख समेत 118 देशों के लगभग 3,000 प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की शुरुआत 1971 में हुई
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की शुरुआत 1971 में हुई थी। इसका उद्देश्य दुनिया के व्यवसाय, राजनीति, शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों के नेताओं को एक मंच पर लाकर औद्योगिक दिशा तय करना है। पिछले हफ्ते प्रकाशित फोरम की ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट में चेतावनी दी गई थी कि सदी के अंत तक तापमान में कम से कम 3° सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है।