नई दिल्ली। निर्भया के गैंग रेप और हत्या के दोषियों में सबसे छोटा दोषी विनय शर्मा सबसे ज्यादा परेशान नजर आ रहा है। इस बात का खुलासा बुधवार को आई न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट में हुआ। इसमें तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया कि जब से दोषियों के डेथ वॉरंट जारी हुए हैं, तभी से विनय बेचैन है। वह अपनी सेल में घूमता रहता है। दोषी विनय बीते 7 साल में जेल में सबसे ज्यादा नियम तोड़ने का भी दोषी है।
चार दोषियों विनय शर्मा, अक्षय कुमार सिंह (31), मुकेश कुमार सिंह (32) और पवन गुप्ता (25) को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी दिए जाने का आदेश दिया गया था। बुधवार को दिल्ली सरकार ने हाई कोर्ट को सूचना दी कि दोषियों को तय समय पर फांसी नहीं दी जा सकेगी, क्योंकि दोषी मुकेश ने दया याचिका दाखिल कर दी है।
लड़ाई होने पर कैदियों को परिवार के सदस्यों से मिलने नहीं देते
दोषियों को सात साल जेल में रहने के दौरान नियमों का पालन नहीं करने पर कई बार सजा दी गई। इसमें विनय को 11 बार, पवन को 8 बार, मुकेश को 3 बार और अक्षय को एक बार सजा दी गई। जेल अधिकारियों के मुताबिक, छोटी लड़ाइयां होने पर कैदियों को उनके परिवार के सदस्यों से मिलने नहीं दिया जाता है। वहीं, अगर कैदी ने बड़ी गलती की हो तो उसका बैरक बदला जाता है। कभी-कभी ऐसे कैदियों को अकेले रहने की सजा भी दी जाती है।हालांकि, जेल अधिकारी सभी दोषियों की मानसिक स्थिति जानने के लिए हर दिन उनसे बात करते हैं।
तीनों दुष्कर्मियों ने काम के जरिए कुछ कमाई भी की
जेल में रहने के दौरान तीन दुष्कर्मियों ने हर दिन काम करके कुछ कमाई भी की। विनय ने 39 हजार रु., अक्षय ने 69 हजार रु. और पवन ने 29 हजार रु. की कमाई की है। मुकेश ने इस दौरान कोई काम नहीं किया। अभी तक इन लोगों ने नहीं बताया है कि उनकी कमाई के पैसे किसे सौंपे जाएंगे। फांसी होने तक अगर वह यह नहीं बता पाते हैं तो यह राशि जेल अधिकारी उनके परिवार को सौंप देंगे।