बीजिंग। एसएआरएस जैसे कोरोना वायरस की चपेट में अब तक चीन के 300 लोग आ चुके हैं। चीन के हेल्थ कमीशन को मंगलवार को बताया कि अब तक इस रहस्यमयी वायरस से 6 लोगों की मौत हो गई है। 80 नए केस सामने आए हैं। वुहान शहर इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। भारत में भी तीन शहरों कोलकाता, दिल्ली और मुंबई के एयरपोर्ट पर वुहान से आने वाले यात्रियों की जांच की जाएगी।
भारत ने संक्रमण से निपटने के लिए क्या किया?
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से उन नागरिकों की लिस्ट मांगी है, जिन्होंने 31 दिसंबर तक चीन के वीजा के लिए अावेदन दिया है। ऐसे यात्रियों की काउंसिलिंग की जाएगी।
- भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को निर्देश दिए हैं कि कोलकाता, दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर चीन से आने वाले यात्रियों का हेल्थ चेकअप किया जाए। उन्हें सबसे पहले प्री-इमीग्रेशन काउंटर्स पर ले जाया जाए, जहां थर्मल कैमरों से उनकी जांच होगी।
- दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चीन से आने-जाने वाली 5 एयरलाइंस हैं। मुंबई में दो और कोलकाता से चीन के बीच दो एयरलाइन ऑपरेट करती हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनिंग की सुविधा दी गई है।
- निर्देशों में कहा गया, चीन से भारत आने वाली फ्लाइटों में एनाउंसमेंट कर यात्रियों से अनुरोध किया जाए कि अगर बीते 14 दिनों में किसी को संक्रमण, बुखार, कफ की शिकायत हुई हो या उन्होंने वुहान की यात्रा की हो, तो वे खुद ही भारत पहुंचने पर इसकी जानकारी दे दें।
- "सभी स्वस्थ यात्रियों और क्रू मेंबर्स को आगे की यात्रा की इजाजत दी जाएगी। अगर कोई यात्री या क्रू मेंबर संक्रमित पाया जाता है तो पब्लिक हेल्थ अथॉरिटी उस यात्री की जानकारी पैसेंजर लोकेटर फॉर्म से हासिल करेगी। एयरलाइन स्टाफ को ऐसे यात्रियों को इमीग्रेशन चेक प्वाइंट पर स्वास्थ्य जांच के लिए लाना होगा।"
- "फ्लाइट के दौरान संक्रमण फैलने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए केबिन क्रू को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा निर्देशित ऑपरेशन प्रोसीजर का पालन करना होगा।"
वायरस का असर कहां तक?
- भारतीय मूल की शिक्षक प्रीति माहेश्वरी (45) इस एसएआरएस जैसे कोरोना वायरस की चपेट में आईं। चीन ने बताया कि इस वायरस चपेट में आने वाली प्रीति पहली विदेशी हैं।
- जापान, थाईलैंड और दक्षिण कोरिया में भी रहस्यमयी कोरोना वायरस का के सामने आया। जापान में अलर्ट जारी।
- भारत समेत एशिया के 6 देशों ने भी वायरस को लेकर एडवायजरी जारी की। चीन से आने वाले यात्रियों की जांच के निर्देश दिए गए? अमेरिका में भी अलर्ट।
इतनी तेजी से संक्रमण क्यों?
- 31 दिसंबर को चीन में इस वायरस का पता चला। वुहान के सीफूड मार्केट से यह वायरस फैला था। इसके बाद मार्केट को बंद कर दिया गया।
- वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, कोरोना वायरस भी सार्स जितना खतरनाक है। सार्स ने 2002 में चीन को अपनी चपेट में लिया था। इससे 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
- यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के प्रोफेसर मार्क वूलहाउस का कहना है कि इसके लक्षण सर्दी और जुकाम जैसे नहीं हैं और यही इसकी पहचान में परेशानी की बात है।
- यह नए किस्म का वायरस है। संभव है कि यह पशुओं से ही इंसानों में पहुंचा हो। यह इंसानों को संक्रमण में लेता है तो इसका पता नहीं चलता।
- कोरोना वायरस में तेज बुखार, ज्यादा थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, भूख न लगना और डायरिया जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।