श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गणतंत्र दिवस के मौके पर बड़े हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। पुलिस ने गुरुवार को जैश मॉड्यूल के 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है। पुलिस ने बताया कि ये आतंकवादी पहले ही दो ग्रेनेड हमलों को अंजाम दे चुके थे। ये 26 जनवरी के मौके पर हमले की साजिश रच रहे थे।
पुलिस ने बताया कि पांचों आतंकवादी हजरतबल के रहने वाले हैं। इनके नाम एजाज अहमद शेख, उमर हमीद शेख, इम्तियाज अहमद चिकला, साहिल फारुक गोजरी और नसीर अहमद मीर हैं।
सेंट्रल कश्मीर के डीआईजी वीके बिरदी ने कहा- जिस तरह के विस्फोटक इन आतंकवादियों के पास से बरामद हुए हैं। उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये किसी बड़े हमले की साजिश रच रहे थे। इनसे पूछताछ जारी है।
आतंकियों का सहयोगी अंवतीपोरा से गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक, अवंतीपोरा पुलिस ने आतंकियों के सहयोगी इशफाक डार को भी गिरफ्तार किया है। इशफाक अवंतीपोरा इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन में शामिल रहा है।
15 दिन में 4 आतंकी ढेर
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों के एनकाउंटर में हिजबुल मुजाहिद्दीन का एक शीर्ष आतंकी मारा गया। इसकी पहचान हारुन हफज के रूप में की है। वह डोडा के गट्टा बेल्ट का रहने वाला था। पिछले 15 दिनों में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में यह चौथा आतंकी मारा गया है। रविवार को त्राल के गुलशनपोरा में मुठभेड़ में हिजबुल और जैश के तीन आतंकी मारे गए थे।
अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद तनाव बढ़ा
5 अगस्त 2019 को भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को निष्प्रभावी कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने भारत के साथ व्यापारिक और राजनयिक रिश्तों को बेहद कमजोर कर दिया था। इसके बाद भारत-पाकिस्तान की जम्मू-कश्मीर सीमा पर तनाव बढ़ गया था। भारतीय सेना ने सीमा पर सैन्य बल भी बढ़ा दिया था।