भोपाल। सचिव आयुष डॉ. एम.के. अग्रवाल ने विभागीय समीक्षा बैठक में निर्देश दिये हैं कि आयुष चिकित्सा सेवाओं को और अधिक जनोन्मुखी और सुगम बनाया जाए। लक्ष्यों को योजनाबद्ध तरीके से समयावधि में पूरा करें। उन्होंने स्थल चिन्हित कर 'वेलनेस टूरिज्म सेंटर' स्थापित करने के निर्देश दिये।
सचिव डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धतियों की जानकारी आमजन तक पहुँचाने के लिये पद्धतियों, उपाय एवं उपयोग से संबंधित पत्रिका का प्रकाशन शुरू करें। जन-प्रतिनिधियों और आमजन से सतत् सम्पर्क स्थापित कर उनके मन में पद्धतियों के प्रति का विश्वास जगाएं। चिकित्सा-सुविधा विहीन क्षेत्रों में अधिक से अधिक संख्या में आयुष चिकित्सा शिविर लगाएं।
डॉ. एम.के. अग्रवाल ने प्रदेश में 45 नए आयुष ग्राम बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रत्येक आयुष महाविद्यालय को पंचकर्म के साथ-साथ एक अन्य विशिष्ट विधा में विशेषता विकसित करने को कहा। डॉ. अग्रवाल ने महाविद्यालयों को अपने-अपने क्षेत्र में हर माह मेगा कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बच्चों के संपूर्ण शारीरिक एवं बौद्धिक विकास, स्मरण-शक्ति और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए 'स्वर्ण प्राशन' संस्कार योजना प्रारंभ करें। उन्होंने कहा कि सभी आयुष औषधालयों में हर्बल गार्डन स्थापित कर उनका संरक्षण और संवर्धन किया जाये। आमजन को औषधीय पौधों के महत्व एवं उपयोग की जानकारी दें। हर्बल गार्डन में रोजमर्रा के उपयोग से जुड़ी कम से कम 15 औषधीय वनस्पतियाँ विकसित करें।
समीक्षा बैठक में शासकीय आयुष महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य, चिकित्सालय अधीक्षक समस्त संभागीय एवं जिला आयुष अधिकारी उपस्थित थे।