नई दिल्ली। रणजी ट्रॉफी में बुधवार को दिल्ली ने विदर्भ की टीम को 6 विकेट से हरा दिया। उसने मैच के चौथे और आखिरी दिन 347 रन के लक्ष्य को 73 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। नई दिल्ली में खेले गए इस मुकाबले में बाएं हाथ के बल्लेबाज नीतीश राणा ने 68 गेंद पर 105 रन की पारी खेली। उनकी बदौलत दिल्ली मुश्किल लक्ष्य को हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही दिल्ली के 16 अंक हो गए। वह क्वार्टरफाइनल में पहुंचने की रेस में बना हुआ है। वहीं, विदर्भ के 17 अंक हैं। वह तीन साल बाद घर से बाहर हारा है।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम ने बेहतरीन शुरुआत की। उसके ओपनर कुणाल चंदेला ने 146 गेंद पर 75 और हितेन दलाल ने 146 गेंद पर 82 रन की पारी खेली। दोनों ने 49 ओवर में 163 रन की साझेदारी की। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे नीतीश ने आठ चौके और सात छक्के लगाते हुए मुश्किल लक्ष्य को हासिल कर लिया। विदर्भ के स्टार गेंदबाज उमेश यादव ने 19 ओवर में 85 रन दिए। उन्हें एक भी सफलता नहीं मिली।
यह मेरे प्रथम श्रेणी करियर की बेस्ट पारी: नीतीश
मैच के बाद नीतीश ने कहा, ‘‘मैंने कोच केपी भास्कर से वादा किया था कि अगर 75 ओवर में 320 के आसपास का लक्ष्य रहा तो हम जीतेंगे। यह मेरे प्रथम श्रेणी करियर की बेस्ट पारी है। मुझे पता था कि मैं उनके स्पिनर्स को मैदान के बाहर मार सकता हूं।’’ विदर्भ के स्पिनर अक्षय वाखरे ने 9 ओवर में 64 रन दिए।
विदर्भ ने निगेटिव फील्ड सेट की, 7 खिलाड़ी ऑफसाइड में खड़े किए
नीतीश के क्रीज पर उतरने के बाद विदर्भ ने निगेटिव फील्ड सेट की। उसने 7 खिलाड़ी ऑफ और 2 खिलाड़ी ऑनसाइड में खड़े किए। उसके गेंदबाज रजनीश गुरबानी ने 12 ओवर में 64 रन दिए। वे एक तरह से सातवें स्टंप के आसपास के गेंदबाजी कर रहे थे। अंपायर ने इस पर नो-बॉल देना शुरू किया। इसके बाद विदर्भ ने खिलाड़ियों के पोजिशन में बदलाव किया। नीतीश ने कहा कि उन्हें पता था कि वे (विदर्भ के गेंदबाज) निगेटिव लाइन से गेंदबाजी करेंगे।