कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को जादवपुर विश्वविद्यालय जाने और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को वहां से निकालने के कदम को सही ठहराया। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि मैंने इंतजार किया कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए राज्य सरकार कदम उठाएगी लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
राज्यपाल धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्था चटर्जी के उस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया, जिसमें उन्होंने राज्यपाल के प्रदेश सरकार को जानकारी दिए बिना यूनिवर्सिटी का दौरा करने की बात कही थी। चटर्जी ने राज्यपाल पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। राज्यपाल ने कहा कि चटर्जी को पुलिस महानिदेशक और मुख्यमंत्री के बीच हुई बातचीत के बारे में पता ही नहीं है। उनका यह बयान तथ्यात्मक तौर पर गलत है।
आधिकारिक बयान में कहा गया कि राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी के दौरे के बाद से स्थिति में सुधार को लेकर संतोष प्रकट किया। यूनिवर्सिटी के दौरे से पहले, राज्यपाल ने विवाद को समाप्त करने के लिए हरसंभव प्रयास किए थे। उन्होंने पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव से भी इस मुद्दे पर बात की थी। आखिरी कदम के रुप में उन्होंने उन्होंने मुख्यमंत्री को भी इस घटना की जानकारी दी थी, जो उस दौरान दिल्ली में थीं।
राजभवन द्वारा जारी बयान में कहा गया कि दोनों व्यक्तियों के बीच टेलीफोन पर कई बार बातचीत हुई थी और वह इस बातचीत का खुलासा नहीं करना चाहते थे। उन्होंने वहां जाने का फैसला तब किया, जब उन्होंने देखा कि स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री सुप्रियो का कैम्पस में छात्रों द्वारा घेराव किए जाने के बाद शाम को यूनिवर्सिटी के वीसी सुरंजन दास के चले जाने की घटना को राज्यपाल ने गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि स्थिति को सुधारने में राज्य पुलिस ने पर्याप्त कदम नहीं उठाए।