न्यूयॉर्क। अमेरिका के ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार देर रात संयुक्त राष्ट्र महासभा की 74वीं समिट में शामिल होने न्यूयॉर्क रवाना हुए। मोदी आज जलवायु परिवर्तन पर बोलेंगे। साथ ही लीडर्स डायलॉग में आतकंवाद और चरमपंथ पर नेताओं को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री दूसरी बार महासभा को संबोधित करेंगे। इससे पहले 2014 में सितंबर में महासभा की बैठक में शामिल हुए थे।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस समेत अन्य प्रतिनिधिमंडलों के साथ द्विपक्षीय बैठकों के अलावा, प्रधानमंत्री महासभा के बाहर न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करेंगे।
24 सितंबर को मोदी यूएन में गांधी सोलर पार्क का उद्घाटन करेंगे
प्रधानमंत्री मोदी नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 24 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र में 50 किलोवाट के ‘गांधी सोलर पार्क’ का उद्घाटन करेंगे। भारत ने सोलर पैनल और ग्रीन रूफ प्रोजेक्ट के लिए 10 लाख डॉलर का उपहार दिया है, जिसके तहत यूएन मुख्यालय की छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। वहीं, 27 सितंबर को मोदी महासभा को संबोधित करेंगे। अपने भाषण के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर मुद्दे के अलावा रोजगार, नौकरी, सुरक्षा, ऊर्जा और आतंकवाद जैसे कई मुद्दों को उठाएंगे।
2050 तक शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करना उद्देश्य
भारत और स्वीडन यूएन जलवायु समिट के तहत उद्योगों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने की एक पहल का सह-नेतृत्व कर रहे हैं। दोनों देश इस्पात और सीमेंट जैसे क्षेत्रों से वचन लेगा कि 2050 तक शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। जलवायु परिवर्तन समिट का नेतृत्व यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस कर रहे हैं। पेरिस समझौते को लागू करने में तेजी लाने के उद्देश्य के साथ जलवायु समिट में 9 अंतरनिर्भर क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसका नेतृत्व 19 देश करेंगे और इसमें अंतरराष्ट्रीय संगठन सहयोग करेंगे।
ट्रम्प के साथ 50 हजार भारतवंशियों को संबोधित किया
न्यूयॉर्क के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ ‘हाउडी मोदी' में 50 हजार से ज्यादा भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच रिश्ते पहले से कहीं मजबूत हुए हैं। दोनों नेताओं ने इस्लामिक आतंकवाद का मुद्दा उठाया। मोदी ने कहा कि अब इसके खिलाफ निर्णायक लड़ाई का वक्त आ गया है।