न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शिकायत की है कि उन्हें नोबेल पुरस्कार देने वालों के अन्यायपूर्ण रवैये की वजह से शांति का नोबेल पुरस्कार नहीं मिला। ट्रम्प ने सोमवार को पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बैठक के दौरान कहा, “अगर वे (नोबेल कमेटी) न्यायपूर्ण ढंग से नोबेल प्राइज दें, तो मुझे कई चीजों के लिए यह पुरस्कार मिल सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।” उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को मिले नोबेल प्राइज पर भी सवाल उठाया। ओबामा को 2009 में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के 8 महीने बाद ही शांति पुरस्कार मिला था।
ट्रम्प ने कहा, “ओबामा को 2009 में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। जबकि तब वे सिर्फ कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति बने थे। खुद ओबामा को नहीं पता था कि उन्हें शांति पुरस्कार क्यों मिला है। यही एकमात्र बात है, जिस पर मैं ओबामा के साथ सहमत हूं।’’
किम के साथ जल्द हो सकती है चौथी मुलाकात: ट्रम्प
ट्रम्प ने कहा कि उनकी और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन की जल्द ही चौथी मुलाकात हो सकती है। उत्तर कोरिया ने इस बार संयुक्त राष्ट्र की बैठक में अपना कोई भी प्रतिनिधि नहीं भेजा। हालांकि, ट्रम्प जल्द ही दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन से इस मुद्दे पर बात करेंगे। दो साल पहले यूएन के मंच से ही ट्रम्प ने उत्तर कोरिया को तबाह करने की बात कही थी। उन्होंने किम को लिटिल रॉकेटमैन भी करार दिया था।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को अगस्त में पत्र लिखकर प्योंगयांग आने का निमंत्रण दिया था। इस पर ट्रम्प ने कहा था कि मुझे किम का बहुत प्यारा पत्र मिला। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में वॉशिंगटन और प्योंगयांग के बीच वर्किंग-लेवल बातचीत हो सकती है।
असैन्य क्षेत्र में हुई थी ट्रम्प-किम की तीसरी मुलाकात
ट्रम्प और किम के बीच पिछले साल जून से लेकर अब तक तीन बार मुलाकात हो चुकी है। पिछली बार ट्रम्प ने किम से कोरियाई प्रायद्वीप के असैन्य क्षेत्र (डिमिलिट्राइज्ड जोन, डीएमजेड) में 30 जून को मुलाकात की थी। ट्रम्प ने कहा था कि उत्तर कोरिया से अमेरिका के संबंध बेहतर हुए हैं। यह दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच पहली त्रिपक्षीय बैठक भी थी। ट्रम्प और उन पिछले साल 12 जून को सिंगापुर और इस साल फरवरी में वियतनाम में मिले थे।