भोपाल। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति आत्मीय लगाव पैदा करें। ऐसा कर वे विद्यार्थियों की तकदीर एवं तस्वीर बदल सकते हैं। विद्यार्थियों को शिक्षकों द्वारा पढ़ाए जाने वाले अनुशासन के पाठ को जीवन में सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण से याद रखना चाहिए। शिक्षकों द्वारा दिया जाने वाला ज्ञान हमेशा उनका पथ-प्रदर्शक रहेगा। अच्छी शिक्षा-दीक्षा से वे सतत् सफलता के पायदान चढ़ते रहेंगे। श्री पांसे शनिवार को बैतूल में विवेकानंद विज्ञान महाविद्यालय में शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
सांसद श्री डी.डी. उइके ने कहा कि गुरू-शिष्य परम्परा हमारे राष्ट्र की प्रेरक और महान परम्परा है। इस परम्परा के निर्वहन में शिक्षण संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। विधायक श्री निलय डागा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के अंदर एक शिक्षक होता है। युवा पीढ़ी से अपेक्षा है कि वे अपने अंदर के शिक्षक को भी जगाये, जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें और प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ें। विधायक श्री धरमूसिंह सिरसाम ने कहा कि जिले को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए मिलकर प्रयास करें। पूर्व विधायक श्री हेमन्त खण्डेलवाल ने भी संबोधित किया। समारोह में अतिथियों द्वारा महाविद्यालय से पूर्व में शिक्षक के रूप में जुड़े रहे शिक्षकों को सम्मानित किया गया। महाविद्यालय संचालक डॉ. विजय सांवले ने स्वागत भाषण दिया।