मुंबई। आईसीसी ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को अनुचित व्यवहार का दोषी पाए जाने के बाद उन्हें फटकार लगाते हुए एक डीमैरिट प्वाइंट दिया है। उनके खिलाफ ये कार्रवाई रविवार को बेंगलुरु में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए तीसरे टी20 मैच में आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट तोड़ने के लिए की गई है।
मैच में वे दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज ब्यूरन हेंड्रिक्स से टकरा गए थे। इसके बाद उन्हें आईसीसी के लेवल-1 कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन का दोषी पाया गया।
आईसीसी ने अपनी अधिकृत वेबसाइट पर जारी किए बयान में कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को हुए तीसरे टी20 मैच में आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट लेवल-1 को तोड़ने का दोषी पाए जाने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली को आधिकारिक चेतावनी और एक डीमैरिट अंक दिया गया है।’’
दरअसल, ये घटना मैच में भारतीय पारी के दौरान पांचवें ओवर में हुई थी। जब रन लेने के दौरान विराट पिच के पास खड़े गेंदबाज ब्यूरन हेंड्रिक्स से टकरा गए थे। आईसीसी ने उन्हें खिलाड़ियों के लिए बनी आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के अनुच्छेद 2.12 को तोड़ने का दोषी पाया।
विराट को आईसीसी के जिस कोड के उल्लंघन का दोषी पाया गया, वो खिलाड़ियों और उनके सपोर्ट स्टाफ के लिए बनाया गया है। इसमें एक अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान खिलाड़ी, उनका सपोर्ट स्टाफ, अंपायर, मैच रैफरी या किसी अन्य व्यक्ति (एक दर्शक भी) के साथ अनुचित शारीरिक संपर्क बनाने के बारे में निर्देश जारी किए गए हैं।
इसके साथ ही विराट के खाते में एक डीमैरिट अंक और जुड़ गया। सितंबर 2016 में नए कोड ऑफ कंडक्ट के आने के बाद ये उनका तीसरा डीमैरिट अंक है। इससे पहले उन्हें 15 जनवरी 2018 को प्रिटोरिया में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए टेस्ट के दौरान पहला और क्रिकेट विश्व कप 2019 के दौरान 22 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ हुए मैच में दूसरा डीमैरिट अंक मिला था।
कोहली ने मैच रैफरी रिची रिचर्डसन के सामने अपनी गलती स्वीकार करते हुए उनके द्वारा प्रस्तावित कार्रवाई को लेकर अपनी स्वीकृति दे दी। इसके बाद अब इस मामले में किसी तरह की सुनवाई की जरूरत नहीं होगी। इस मामले में मैदान पर मौजूद अंपायरों नितिन मेनन और सीके नंदन के अलावा तीसरे अंपायर अनिल चौधरी और चौथे अंपायर चेट्टीहोडी शमशुद्दीन ने आरोप लगाए थे।
विराट को जिस लेवल-1 आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया, उस मामले में न्यूनतम सजा खिलाड़ी को फटकार लगाना है। वहीं अधिकतम सजा में खिलाड़ी पर 50% मैच फीस का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा एक या दो डीमैरिट अंक भी दिए जा सकते हैं।