कोलकाता। नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) के बचाव दल में अब महिलाएं भी होंगी। एनडीआरएफ के डायरेक्टर जनरल एसएन प्रधान ने गुरुवार को बताया कि अगले एक साल में नई बटालियन में महिलाकर्मियों को तैनात किया जाएगा। पिछले साल केंद्र सरकार ने एनडीआरएफ की बटालियनों में महिलाओं को शामिल करने का प्रस्ताव दिया था।
प्रधान ने कोलकाता के पास स्थित एनडीआरएफ मुख्यालय में कहा, ''हमारे यहां महिला कर्मचारियों को लेकर कोई भेदभाव या बाधा नहीं रही है। हम जल्द ही उन्हें फोर्स में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। इसके लिए सरकार से मांग की गई है। अगले साल तक नई बटालियन में महिला सैनिक तैनात हो जाएंगी।''
पिछले कुछ महीने में एनडीआरएफ की चार नई बटालियन जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और एनसीआर में स्थापित की गई हैं। इसके बाद देशभर में इनकी संख्या 12 हो गई है। प्रत्येक नई बटालियन में असम राइफल्स, आईटीबीपी और बीएसएफ के 1150 जवान तैनात किए गए हैं।
एनडीआरएफ का गठन 2006 में किया गया था, जो सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय के नीचे काम करती है। इसमें शामिल जवानों को आपदा और विषम परिस्थितियों के दौरान राहत और बचाव कार्य का विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। शुरुआती तौर पर आपदा प्रबंधन का जिम्मा राज्य सरकारों के जिम्मे होता है। लेकिन जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ मोर्चा संभालती है।