क्वालालंपुर। मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा है कि जाकिर नाइक भारत के लिए नुकसानदेह है। महातिर से जब पूछा गया कि क्या नाइक को भारत वापस भेजने का कोई प्रस्ताव है, तो उन्होंने कहा, “मैं हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी से मिला। उन्होंने मुझसे नाइक के बारे में नहीं पूछा। यह आदमी भारत के लिए भी परेशानी का कारण बन सकता है।’’
‘नाइक को देश में बोलने का अधिकार नहीं’
महातिर ने कहा, “नाइक हमारे देश का नागरिक भी नहीं है। पिछली सरकार ने उसे स्थायी नागरिकता प्रदान की थी। इस देश के स्थायी नागरिक को देश के सिस्टम या राजनीति पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। नाइक ने इसका उल्लंघन किया है। इसलिए, अब उसे बोलने की अनुमति नहीं है।”
रूस में महातिर से मिले थे मोदी
प्रधानमंत्री मोदी दो हफ्ते पहले ही 20वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस गए थे। ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईइएफ) के इतर उन्होंने प्रधानमंत्री महातिर से मुलाकात की थी। चर्चा थी कि इस दौरान दोनों नेताओं के बीच नाइक को लेकर चर्चा हुई थी।
मलेशिया के गृह मंत्री ने कहा था- कानून से ऊपर कोई नहीं
इससे पहले मलेशिया के गृह मंत्री मुहीद्दीन यासिन ने कहा था कि इस देश में कानून से ऊपर कोई भी नहीं है। इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक भी नहीं। हाल ही में मलेशिया सरकार ने नाइक पर किसी भी नस्लीय और राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने और भाषण देने पर प्रतिबंध लगाया गया था। सरकार ने संकेत दिया था कि अगर वे किसी गैरकानूनी कार्य में लिप्त पाए गए, तो उनका निवासी का दर्जा भी वापस लिया जा सकता है।
नाइक पर 193.06 करोड़ रु. की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
भारत के भगोड़े जाकिर पर मलेशिया में अल्पसंख्यक हिंदुओं और चीन के लोगों की भावनाएं आहत करने का आरोप है। नाइक ने एक भड़काऊ भाषण दिया था। उसने कहा था कि मलेशिया में हिंदुओं को भारत के मुस्लिमों के मुकाबले 100 गुना ज्यादा अधिकार मिले हैं। वहीं, नाइक पर 193.06 करोड़ रु. की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। गिरफ्तारी की डर से वह 2016 में मलेशिया भाग गया। नाइक के खिलाफ 2016 में एंटी-टेरर लॉ के तहत केस दर्ज किया गया था। जून 2017 में कोर्ट ने नाइक को अपराधी घोषित किया गया था।