भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि हर व्यक्ति प्रतिभाशाली नहीं होता लेकिन उसमें एक हुनर होता है और उस हुनर में अगर हम उसे प्रशिक्षित कर दें, तो उसका भविष्य बेहतर बन जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रदेश में बेरोजगारी खत्म करने के लिए कौशल उन्नयन और तकनीकी ज्ञान पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। हम अपने प्रदेश की युवा पीढ़ी को सक्षम बनाएंगे जिससे वे सम्मानित जीवन जीने के साथ ही प्रदेश के विकास में योगदान दे सकेंगे। श्री नाथ आज जबलपुर में मॉडल कैरियर सेंटर का शुभारंभ कर रहे थे। इस मौके पर मॉडल कैरियर सेंटर बनाने के लिए सीआईआई और नगर निगम जबलपुर के बीच एमओयू हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सबसे बड़ी जरूरत इस बात की है कि युवाओं को शिक्षा के साथ ही कौशल उन्नयन का भी प्रशिक्षण दिया जाए। इससे वे स्व-रोजगार और रोजगार से जुड़ सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा में उन्होंने हर उस व्यक्ति की चिंता की है जो शिक्षित है, जो आठवीं पास या मजदूरी कर रहा है। हमनें वहाँ पर 12 साल पहले ही कौशल उन्नयन के इतने सेंटर स्थापित किए, जो विश्व में सबसे अधिक हैं। हमारी चिंता उस वर्ग के प्रति अधिक है जो कम पढ़ा-लिखा है और जिसके सामने पूरा जीवन है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कि हमारा प्रयास है कि मध्यप्रदेश में युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों का अधिक से अधिक तकनीकी ज्ञान देने के साधन और आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध करवाये जायें। उन्होंने उम्मीद की कि जबलपुर का मॉडल कैरियर सेंटर युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने में सफलता हासिल करेगा। उन्होंने युवा पीढ़ी से अपेक्षा कि वह इस सेंटर का लाभ उठाकर अपने भविष्य को उज्जवल बनायें।
वित्त मंत्री श्री तरुण भानोट ने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और मॉडल कैरियर सेंटर से जबलपुर क्षेत्र के विकास में गति आएगी। उन्होंने बताया कि सेंटर में अगले पाँच साल में 50 हजार युवाओं को विभिन्न व्यवसायों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया ने कहा कि युवाओं के रोजगार से जुड़ने से प्रदेश की तरक्की सुनिश्चित होगी। ऊर्जा मंत्री श्री प्रियवत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने प्रदेश को विकसित और संपन्न बनाने का बीड़ा उठाया है। युवाओं को रोजगार देने के लिए सतत् प्रयास किए जा रहे हैं। जबलपुर का मॉडल कैरियर सेंटर एक शुरुआत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रदेश में जहाँ कहीं भी उद्योग लगेंगे उनमें अनिवार्यत: 70 प्रतिशत रोजगार स्थानीय युवाओं को देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है।
भारतीय औद्योगिक परिसंघ के श्री आशीष केसरवानी ने बताया कि देश में पाँच स्थान पर परिसंघ के प्रशिक्षण संस्थान है और अब एक संस्थान जबलपुर में खोला जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले ढाई साल में पाँच लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है जिनमें से 1 लाख 32 हजार युवाओं को रोजगार मिला है। जबलपुर के संस्थान में 50 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करने और 25 हजार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम को सांसद श्री विवेक तन्खा ने भी संबोधित किया।