वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को चीन की बढ़ती सैन्य ताकत पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह वामपंथी देश अब विश्व के लिए खतरा बन गया है। सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए चीन अपने देश में अमेरिका के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स की चोरी पर रोक नहीं लगा रहा है। साथ ही उसने सैन्य बजट में 7% की बढ़ोतरी कर इसे 15.2 करोड़ डॉलर कर दिया है। वह दक्षिणी चीन सागर में अमेरिका को घेरने की कोशिश कर रहा है।
ट्रम्प ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के साथ बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “चीन तेजी से सैन्य ताकत में इजाफा कर दुनिया के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है। इसमें खुलेआम अमेरिकी बौद्धिक संपदा का इस्तेमाल कर रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों ने चीन को हर साल 50 हजार करोड़ अमेरिकी डॉलर और हमारे इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स ले जाने की अनुमति दी। हमें इसे लेकर कदम उठाने की जरूरत है।”
हम व्यापार समझौते के बेहद करीब थे: ट्रम्प
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “अमेरिका और चीन व्यापार समझौते के बिल्कुल करीब थे। हम लोग इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी पर मिलकर काम कर रहे थे। कई कठिन मुद्दों पर बातचीत की। लेकिन आखिरी क्षणों में उस पर सहमत नहीं हो सके। पिछले साल दोनों देशों के बीच व्यापार समझौतों पर बात बनते-बनते बिगड़ गई थी। मैंने कहा था कि ठीक है हम आपकी वस्तुओं पर 25% टैरिफ चार्ज कर रहे हैं। इसके बाद यह बढ़ता ही गया।”
डील रद्द होने के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत बंद
विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेड वॉर चल रहा है। ट्रम्प ने पिछले साल मार्च में 250 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर टैक्स लगा दिया था। इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका के 110 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगा दिया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर बातचीत बंद है। अमेरिका ने कहा था कि चीन के साथ व्यापार को लेकर तभी बातचीत होगी, जब वह अमेरिकी हितों को ध्यान रखेगा।