इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकारी विमान कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) ने 46 फ्लाइट खाली ही रवाना कर दीं। इससे करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। ऑडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ। अब मामले की जांच कराई जा रही है। खास बात ये है कि इस्लामी मुल्क की 36 ऐसी फ्लाइट खाली गईं, जिनमें हज यात्रियों को जाना था। दूसरे शब्दों में कहें तो पीआईए को पवित्र मक्का-मदीना के लिए हज यात्री ही नहीं मिले।
पीआईए में हो रही धांधली पर ‘जियो न्यूज’ ने रिपोर्ट प्रसारित की। इसमें ऑडिट रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। यह मामले सिर्फ एक साल (2016 से 2017) के हैं। इसके बाद के मामलों की जांच जारी है। इसमें और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। पीआईए का संचालन सरकारी खजाने से होता है। ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 46 इंटरनेशनल फ्लाइट ऐसी थीं, जिनमें सिर्फ क्रू मेंबर ही थे, कोई यात्री इनमें नहीं था। खाली उड़ानों की वजह से पीआईए को 18 करोड़ पाकिस्तानी रुपए का घाटा हुआ।
हज यात्री भी नहीं मिले
इस्लामाबाद से हज यात्रा के लिए इसी अवधि में स्पेशल फ्लाइट अरेंज की गईं थीं। इनमें से 36 फ्लाइट खाली गईं। यानी इन फ्लाइट में हज पर जाने वाला कोई यात्री नहीं था। जांच के बारे में विरोधाभासी तथ्य हैं। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक, खाली फ्लाइट के बारे में सरकार को जानकारी दी गई थी। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की गई। ये भी कहा जा रहा है कि सरकार को ऑडिट रिपोर्ट का इंतजार था। अब कार्रवाई की जाएगी।
पिछले साल 1000 कर्मचारी निकाले गए थे
पीआईए के आर्थिक हालात मुल्क से अलग नहीं हैं। पाकिस्तानी की इस सरकारी एयरलाइंस ने पिछले महीने यानी अगस्त में अपने एक हजार कर्मचारियों को एक महीने का नोटिस देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया। कहा गया कि सरकार खर्च में कटौती करना चाहती है। इतना ही नहीं, उन रूट्स की समीक्षा भी की गई जिनसे लाभ नहीं होता। इन पर अगले महीने उड़ानें बंद की जाने वाली हैं। इन रूट्स के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।