ह्यूस्टन। प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आज ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में भारतीय समुदाय के 50 हजार लोगों को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम से पहले ही दर्शकों की भारी भीड़ स्टेडियम पहुंचने लगी। ट्रम्प भी मैरीलैंड के एंड्रयूज एयरफोर्स से ह्यूस्टन के लिए उड़ान भर चुके हैं। ऐसा पहली बार होगा जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति ऐसे कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिसे दूसरे देश के प्रधानमंत्री संबोधित कर रहे हैं। ट्रम्प इस दौरान 30 मिनट तक भारत के साथ संबंधों पर बोल सकते हैं।
कार्यक्रम का आयोजन टेक्सास इंडिया फोरम ने किया है। स्थानीय समय के अनुसार कार्यक्रम सुबह 10 बजे (भारतीय समयानुसार रात 8:30 बजे) शुरू होगा और दोपहर 1 बजे (भारतीय समयानुसार रात 11:30 बजे) खत्म होगा। ट्रम्प और मोदी के संबोधन के अलावा कार्यक्रम में 90 मिनट का इंटरटेनमेंट शो ‘वूवन' भी रहेगा। इसमें 400 गायक और डांसर प्रस्तुति देंगे। इसमें भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों के अनुभव को भी बायोग्राफिकल वीडियो क्लिप्स के जरिए दिखाया जाएगा।
ह्यूस्टन में रहने वाले कुछ लोगों ने दावा किया है कि मोदी के कार्यक्रम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने कुछ खालिस्तानी और नकली कश्मीरी समूह बनाकर आ सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ पाकिस्तान समर्थकों ने वॉट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर के जरिए कार्यक्रम को लेकर नफरत भरे मैसेज वायरल करने शुरू कर दिए हैं।
भारतीय समुदाय के मुताबिक, वहां कुछ लोग खुद को कश्मीर का बताकर हाउडी मोदी इवेंट का विरोध कर रहे हैं। जबकि वे असलियत में कश्मीर के मूल निवासी नहीं हैं। वे कश्मीर की भाषा तक नहीं बोलते। यह समूह पाकिस्तान के कुछ प्रतिनिधियों का है, जो दुनिया के सामने झूठ पेश करना चाहते हैं।
मतभेद के बावजूद भारत-अमेरिका साथ
भाजपा के विदेश विभाग के प्रभारी विजय चौथाईवाले के मुताबिक, भारत का अमेरिका से कुछ चीजों में विवाद रहा है, जैसे ट्रेड के मामले में टैरिफ को लेकर कुछ मतभेद हैं। भारत के रूस से हथियार खरीदने को लेकर भी कुछ मनमुटाव हैं। इन सबसे ऊपर उठकर ट्रम्प का मोदी के कार्यक्रम में आना दुनिया को यह संदेश देगा कि कुछ मामलों में मतभेद हो सकते हैं। लेकिन, इससे भारत-अमेरिका की दोस्ती में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला और दोनों देश हर क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ खड़े हैं।
डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के 60 से ज्यादा बड़े नेता इस कार्यक्रम में आएंगे। इसमें लॉ मेकर, कांग्रेसमैन और गवर्नर शामिल होंगे। चौथाईवाले बताते हैं कि यहां के भारतीय समुदाय का झुकाव दोनों पार्टियों की तरफ है। ट्रम्प को अमेरिकी राष्ट्रपति होने के नाते हमने न्योता भेजा। हमने डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन, दोनों ही पार्टियों के कई कांग्रेसमैन को आमंत्रित किया है।
बताया गया है कि ये समूह ह्यूस्टन के बाद न्यूयाॅर्क में भी मोदी के विरोध के लिए पहुंच सकते हैं। यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक होनी है। न्यूयॉर्क सिटी पुलिस के मुताबिक, मोदी-विरोधी रैली के लिए तीन समूहों ने परमिशन मांगी है। इनमें पाकिस्तान के समर्थन वाला एक संस्थान भी शामिल है। पुलिस के मुताबिक, इन प्रदर्शनों में 7 हजार लोग जुट सकते हैं।