भरतपुर। जिले के रूदावल कस्बे में एक युवक और युवती को प्रेम विवाह करना भारी पड़ रहा है। इस शादी से नाराज लड़की के घर वालों ने पंचायत में अर्जी लगाई तो पंचों ने भी तुगलकी फरमान सुनाते हुए फैसला दिया कि लड़के वाले लड़की के घर वालों को 18 लाख रूपए अदा करें। यदि वे रकम नहीं दे पाते है तो लड़की को वापस उसके परिजनों के हवाले कर दें।
वहीं, फैसला आने के बाद प्रेमी दंपती ने भरतपुर पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी से शुक्रवार को मुलाकात की और आपबीती बताते हुए गुहार लगाई है कि पंचायत के फैसले से उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया है। उनकी जान को भी खतरा बना हुआ है। ऐसे में उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। इससे पहले नवविवाहित दंपती ने 16 सितंबर को हाईकोर्ट में भी याचिका दायर कर सुरक्षा मांगी थी।
इस पर कोर्ट ने जिला एसपी और रूदावल थानाप्रभारी को नव दंपती को सुरक्षा मुहैया करवाने के निर्देश दिए थे। आपको बता दें कि रुदावल थाना क्षेत्र में सलोनी नाम की लड़की ने रूपवास निवासी हिमांशु से गत 9 सितंबर को एक मंदिर में शादी की थी। जो कि उनके परिजनों को नागवार गुजरा।
सलोनी का कहना है कि उसने मर्जी से हिमांशु से शादी की है। उसके परिजन उसे अनैतिक व्यापार में धकेलना चाहते है। उसे पहले भी गंदे दलदल में धकेल दिया था। जहां से वह बमुश्किल वापस आई है। लेकिन लड़की के माता पिता शादी से खुश नहीं है। इससे उन दोनों की जान को खतरा है।
जानकारी के अनुसार लड़की वर्ष 2015 में पुलिस की रेड में पकड़ी गई थी। उसे नारी निकेतन में रहना पड़ा। उसने शादी करने की इच्छा जताई तब पुलिस ने उसे परिजनों के पास भेज दिया। इसी बीच उसकी मुलाकात हिमांशु से हुई। दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई और उन्होंने मंदिर में शादी कर ली।
इससे नाराज लड़की के परिजनों ने पंचायत में अर्जी लगाई कि लड़के वाले उन्हें 18 लाख रूपए दे देंगे तो वे शादी के लिए राजी है। वहीं, लड़की का कहना है कि वह परिजनों के पास नहीं जाना चाहती। मामले में रूदावल थाना प्रभारी मुकेश कुमार का कहना है कि लड़की के परिजनों को पाबंद कर दिया है। पुलिस दंपति को पूरी सुरक्षा मुहैया कराएगी।