भोपाल। प्रदेश में आदिवासियों की संस्कृति के संरक्षण और उनके कुल ग्राम व देवी-देवता के स्थानों में निर्मित देवगुढ़ी, मढ़िया और देवठान के निर्माण एवं जीर्णोधार की योजना शुरू की है। इस योजना में इन स्थानों पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिये सामुदायिक भवन और सभा कक्ष निर्माण, पेयजल और अन्य सुविधाओं के विकास कार्य होंगे।
आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा योजना के लिये इस वर्ष 10 करोड़ 60 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है। योजना के संबंध में आस्ठान नियम 2019 का प्रकाशन राजपत्र में किया जा चुका है। योजना का उद्देश्य विभिन्न आदिवासी समुदायों के पारम्परिक देव-स्थलों और उनसे संबंधित सांस्कृतिक विशेषताओं, धार्मिक विश्वासों और मान्यताओं के संरक्षण का विस्तार और प्रचार प्रसार करना है।