न्यूयॉर्क। वॉट्सऐप के जरिए गलत जानकारी और अफवाह फैलाना एक बड़ी समस्या बनी हुई है। इस समस्या का समाधान अभी हुआ नहीं है इससे पहले ही एक अमेरिकी सिक्युरिटी कंपनी चेक प्वाइंट ने ऐसा टूल बनाया है, जिससे वॉट्सऐप मैसेज में छेड़छाड़ की जा सकती है। इस टूल के जरिए सामने वाले के मैसेज को कोट रिप्लाई करते वक्त बदला जा सकता है।
मान लीजिए आपकी तबीयत ठीक नहीं है। आप छुट्टी लेकर घर पर हैं। आपके साथ काम करने वाले ने मैसेज करके पूछा क्या कर रहे हो? आपने रिप्लाई दिया 'तबीयत ठीक नहीं है, दवा खाके सो रहा हूं।' उसने, आपके मैसेज को कोट रिप्लाई करते हुए बदल दिया। लिख दिया कि 'तबीयत ठीक है यार, शहर से बाहर आया हूं पार्टी करने।' और फिर बॉस को दिखा दे। इस तरह से इस टूल के जरिए किसी के मैसेज में छेड़छाड़ की जा सकती है। चेकप्वाइंट ने इस टूल को लास वेगास में ब्लैक हाट नाम के साइबर सिक्युरिटी कॉन्फ्रेंस में प्रेक्टिकल करके दिखाया।
वानुनु से जब यह पूछा गया कि आपने इसे बनाया ही क्यों ? इस पर उन्होंने कहा कि इसलिए बनाया ताकि इस पर और चर्चा हो। भारत और ब्राजील जैसे देशों में वॉट्सऐप के जरिए फेक न्यूज फैलाना एक बड़ी समस्या बन गई है। सोचिए अगर मैसेज से छेड़छाड़ शुरू हो गई तो कितनी भयानक स्थिति हो सकती है। हालांकि भारत में हाल ही में आईआईटी मद्रास के एक प्रोफेसर ने किसी भी वॉट्सऐप मैसेज के मेन सोर्स का पता लगाने का तरीका खोजा है। इससे मैसेज कहां लिखे गए यह पता चल सकेगा।
मान लीजिए आपकी तबीयत ठीक नहीं है। आप छुट्टी लेकर घर पर हैं। आपके साथ काम करने वाले ने मैसेज करके पूछा क्या कर रहे हो? आपने रिप्लाई दिया 'तबीयत ठीक नहीं है, दवा खाके सो रहा हूं।' उसने, आपके मैसेज को कोट रिप्लाई करते हुए बदल दिया। लिख दिया कि 'तबीयत ठीक है यार, शहर से बाहर आया हूं पार्टी करने।' और फिर बॉस को दिखा दे। इस तरह से इस टूल के जरिए किसी के मैसेज में छेड़छाड़ की जा सकती है। चेकप्वाइंट ने इस टूल को लास वेगास में ब्लैक हाट नाम के साइबर सिक्युरिटी कॉन्फ्रेंस में प्रेक्टिकल करके दिखाया।
फेसबुक ने कहा इसे ठीक करना मुश्किलरिसर्चर वानुनु ने कहा कि हमने वॉट्सऐप में मुख्यत: तीन खामियां निकाली थीं। दो को फेसबुक ने ठीक कर लिया। लेकिन कोट मैसेज में छेड़छाड़ पर फेसबुक ने कहा कि इस कमी को दूर करना मुश्किल है। क्योंकि यह वॉट्सऐप के बुनियादी ढांचे की दिक्कत है। यूजर के मैसेज को गोपनीय रखने के लिए हम इनक्रिप्शन टेक्नोलॉजी यूज करते हैं। इस वजह से इस कमी को दूर करना मुश्किल ही नही लगभग असंभव हैं।
वानुनु से जब यह पूछा गया कि आपने इसे बनाया ही क्यों ? इस पर उन्होंने कहा कि इसलिए बनाया ताकि इस पर और चर्चा हो। भारत और ब्राजील जैसे देशों में वॉट्सऐप के जरिए फेक न्यूज फैलाना एक बड़ी समस्या बन गई है। सोचिए अगर मैसेज से छेड़छाड़ शुरू हो गई तो कितनी भयानक स्थिति हो सकती है। हालांकि भारत में हाल ही में आईआईटी मद्रास के एक प्रोफेसर ने किसी भी वॉट्सऐप मैसेज के मेन सोर्स का पता लगाने का तरीका खोजा है। इससे मैसेज कहां लिखे गए यह पता चल सकेगा।
दुनिया के 180 देशों में 150 करोड़ से ज्यादा वॉट्सऐप यूजरदुनिया के 180 देशों में डेढ़ अरब से ज्यादा वॉट्सऐप के यूजर हैं। हर दिन 7 हजार करोड़ से ज्यादा मैसेज भेजे जाते हैं। हर दिन 100 करोड़ लोग एक्टिव यूजर हैं। 3 करोड़ मैसेज हर मिनट भेजे जाते हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा 20 करोड़ वाट्सएप यूजर भारत में है। फेसबुक ने 2014 में वॉट्सऐप को खरीद लिया था।