श्रीनगर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए उन्हें जवाब दिया। राहुल ने कहा, “प्रिय राज्यपाल मलिक, विपक्षी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के आपके निमंत्रण को स्वीकार करता हूं। हमें एयरक्राफ्ट की जरूरत नहीं है। बस वहां के लोगों, मुख्यधारा के नेताओं और हमारे सैनिक भाइयों से मिलने की आजादी दीजिए।”
पिछले सप्ताह राहुल गांधी ने कहा था कि घाटी से हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वे इस मामले को पूरी शांति और पारदर्शिता से देखें। इसे लेकर बढ़ रहे असंतोष को खत्म करें। इस पर राज्यपाल मलिक ने कहा था, “मैंने राहुल गांधी को जम्मू-कश्मीर आने के लिए आमंत्रित किया है। मैं उनके लिए एयरक्राफ्ट भेजूंगा ताकि वे कश्मीर आकर यहां के जमीनी हालात देख सकें।”
पिछले सप्ताह राहुल गांधी ने कहा था कि घाटी से हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वे इस मामले को पूरी शांति और पारदर्शिता से देखें। इसे लेकर बढ़ रहे असंतोष को खत्म करें। इस पर राज्यपाल मलिक ने कहा था, “मैंने राहुल गांधी को जम्मू-कश्मीर आने के लिए आमंत्रित किया है। मैं उनके लिए एयरक्राफ्ट भेजूंगा ताकि वे कश्मीर आकर यहां के जमीनी हालात देख सकें।”
राहुल को ऐसी बातें नहीं करना चाहिए: राज्यपालराज्यपाल ने कहा था, “राहुल को शर्म आना चाहिए कि उनका एक नेता संसद में कश्मीर मामले पर बेवकूफी भरी बातें कर रहा था। राहुल को घाटी के हालात देखने के बाद कुछ बोलना चाहिए। वे एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं। उन्हें ऐसी बातें नहीं करना चाहिए।” मलिक ने कहा, “अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए को हटाना हर किसी के लिए था। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।”
इस प्रक्रिया के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं: प्रियंकाकांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने पर कहा- जिस तरीके से यह सबकुछ किया गया, वह पूरी तरह से असंवैधानिक है। यह लोकतंत्र के नियमों के खिलाफ है। ऐसे कार्यों को किए जाने को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं। उनका बिल्कुल पालन नहीं किया गया।