भोपाल। क्रिस्प (सेन्टर फॉर रिसर्च एण्ड इण्डस्ट्रियल स्टाफ परफारमेंस) की ख्याति जितनी सुनी थी, आज के भ्रमण में उससे कहीं अधिक पाया है। यह बात तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री तथा क्रिस्प के चेयरमैन श्री बाला बच्चन ने क्रिस्प के 23वें स्थापना वर्ष पर आयोजित समारोह में कही। उन्होंने कहा कि क्रिस्प ने इन वर्षों में जो विकास किया है वह तारीफ के काबिल है। सरकार क्रिस्प के विकास के लिये हरसंभव मदद करेगी। मंत्री श्री बच्चन ने कहा कि इंजीनियर होने के नाते मेरी क्रिस्प में गहन रूचि है यहाँ आकर मुझे बहुत खुशी हुई है। उन्होंने क्रिस्प के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शुभकामनाएँ दी।
मंत्री श्री बाला बच्चन ने क्रिस्प की समस्त प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षणार्थियों से चर्चा भी की। उन्होंने ड्रेस डिजायनिंग, प्लम्बिंग, कारपेंट्री, मल्टी मीडिया, सैडकेम लैब, सीएमसी मशीन लैब, टीसीपीसी लैब, कार मेकेट्रानिक्स, ईडीएम वायर कट सेक्शन, इन्स्टूमेंटेशन लैब, स्मार्ट फोन रिपेयर लैब आदि का निरीक्षण किया।
क्रिस्प सीईओ श्री मुकेश शर्मा ने बताया कि 1998 में 10 लाख के टर्न ओवर से शुरू होकर 20 सालों में क्रिस्प का टर्न ओव्हर वर्तमान में 20 करोड़ तक पहुँच चुका है। क्रिस्प केन्द्र एवं राज्य सरकारों के कर्मचारियों को भी समय-समय पर तकनीकी एवं कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण देता है। क्रिस्प की एक ब्रांच इथियोपिया के अदिसअबाबा में भी है। क्रिस्प अब तक ढाई लाख से ज्यादा कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर चुका है। क्रिस्प वर्तमान में 500 उद्योगों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दे रहा है। साथ ही कई उद्योगों के लिये उत्पाद एवं कलपुर्जों का निर्माण करता है।