बेंगलुरु। केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत कई हिस्से बारिश और बाढ़ से बेहाल हैं। भारी बारिश के चलते केरल में कोच्चि एयरपोर्ट को रविवार दोपहर 3 बजे तक बंद करना पड़ा है। कर्नाटक के मेंगलुरु में भी छह उड़ानों का समय बदला गया। वायनाड में भूस्खलन होने से छह लोगों की जान चली गई। एनडीआरएफ ने यहां 60 को रेस्क्यू किया। दो दिन में 22 लोग जान गंवा चुके हैं। केरल में 22 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों में पहुंचाए गए। पिनरई विजयन सरकार ने शुक्रवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी। केरल के 8 और कर्नाटक के 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 10 राज्यों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है।
केरल: यहां के 8 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। 48 घंटों तक बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। कुन्नूर, कोच्चि, कोझिकोड़, इडुक्की, मल्लापुरम, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर में भारी बारिश का अलर्ट है। बाढ़ग्रस्त जिलों में 22 हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया। भारी बारिश के चलते कोच्चि एयरपोर्ट में पानी भर गया। रविवार दोपहर 3 बजे तक उड़ानें रोकी गईं।
केरल: यहां के 8 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। 48 घंटों तक बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। कुन्नूर, कोच्चि, कोझिकोड़, इडुक्की, मल्लापुरम, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर में भारी बारिश का अलर्ट है। बाढ़ग्रस्त जिलों में 22 हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया। भारी बारिश के चलते कोच्चि एयरपोर्ट में पानी भर गया। रविवार दोपहर 3 बजे तक उड़ानें रोकी गईं।
दो दिन में 22 की जान गईवायनाड जिले के मेप्पड़ी में भूस्खलन से छह लोगों की मौत हुई। मल्लापुरम में मकान ढहने से परिवार के 4 लोग मारे गए। गुरुवार से अब तक बारिश से जुड़े हादसों में 22 लोगों की मौत हुई। कोच्चि में 110 मिलीमीटर बारिश होने से प्राचीन शिव मंदिर भी डूब गया। यहां पर फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम बुलानी पड़ी।