मनमोहन ने कहा कि सरकार का यह फैसला देश के कई लोगों को पसंद नहीं आ रहा। यह जरूरी है कि इन सभी लोगों की बात सुनी जाए। वे देश के लिए सोचते हैं, इसलिए अपनी आवाज उठा रहे हैं। मनमोहन पहली बार जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बात कर रहे थे। उन्होंने यह बात अपने साथी कैबिनेट मंत्री रहे एस जयपाल रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद कही। रेड्डी का हाल ही में हैदराबाद में निधन हो गया था।
पहले भी कश्मीर मुद्दे पर बोल चुका हूं: वाइकोवाइको ने कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा) कश्मीर को कीचड़ में धकेल दिया है। मैंने पहले भी कश्मीर पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। कश्मीर मुद्दे पर मैंने कांग्रेस पर 30% और भाजपा पर 70% हमला किया है।’’ उन्होंने कहा कि एमडीएमके अगले महीने पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके संस्थापक सीएन अन्नादुरै की 110वीं जयंती मनाएगी।
सोमवार को हटाया गया था अनुच्छेद 3705 अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में अनुच्छेद 370 खत्म करने का प्रस्ताव रखा था। इसके कुछ देर बाद ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अधिसूचना जारी कर दी। जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा खत्म कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश होंगे। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी।