बंगलुरु।
कर्नाटक में जारी सियासी घमासान को लेकर भाजपा ने रविवार को कांग्रेस और जेडीएस दोनों पर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री प्रहृलाद जोशी ने दावा किया कि कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया व मौजूदा मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बीच सत्ता संघर्ष के चलते राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हुआ है।
जोशी ने सत्तारूढ़ गठबंधन (कांग्रेस-जेडीएस) के विधायकों के इस्तीफे के पीछे भाजपा का हाथ होने के कांग्रेस के आरोप को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में यह सब इसलिए हो रहा है कि कांग्रेस नेता विहीन हो गई है और दूसरों पर आरोप लगाने के बजाय उसे पहले अपनी पार्टी को दुरुस्त करना चाहिए।
कर्नाटक भाजपा के पूर्व अध्यक्ष जोशी ने कहा, कांग्रेस में पूरी तरह से अराजकता है और उसकी कर्नाटक इकाई एक स्वतंत्र इकाई की तरह काम कर रही है क्योंकि केंद्रीय नेतृत्व का प्रदेश इकाई में कोई दखल नहीं है। राज्य में लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद से ही वहां संकट के बादल मंडरा रहे थे। विधायकों के इस्तीफे के बाद यह संकट और गहरा गया।
जोशी ने विधायकों के इस्तीफे को सिद्धारमैया का गेम प्लान बताया। उन्होंने कहा, मौजूदा राजनीतिक संकट असल में सिद्धारमैया और कुमारस्वामी के बीच सत्ता संघर्ष का परिणाम है। एक तरफ सिद्धारमैया सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं, दूसरी तरफ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार सरकार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
नहीं पता कहां है कर्नाटक विधायक : महाराष्ट्र भाजपा
महाराष्टÑ भाजपा ने रविवार को दावा किया कि उसे कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायकों के मुंबई में होने की कोई जानकारी नहीं है। इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस और जेडीएस के दस विधायक एक चार्टर्ड विमान से शनिवार रात मुंबई पहुंचे थे। कर्नाटक कांग्रेस के विधायक महेंद्र सिंघी और महाष्ट्र के भाजपा विधायक प्रसाद लाड को रविवार सुबह उसी होटल में देखा गया, जहां बाकी विधायक ठहरे हुए हैं।
लाड ने कहा, मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। मुझे मीडिया से इसकी जानकारी मिली। महाराष्टÑ भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा, हमें कर्नाटक के विधायकों के मुंबई में होने की कोई जानकारी नहीं है। हमारा इस घटनाक्रम से कोई लेना देना नहीं है। जबकि, कांग्रेस विधायक सिंघी ने कहा कि हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है।
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की मैराथन बैठक
राजधानी बंगलूरू में डेरा डाल रखे कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने रविवार को कई दौर की बैठक की और आगे की रणनीति पर चर्चा की। बैठक में सिद्धारमैया के अलावा उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर, मंत्री डीके शिवकुमार और दूसरे नेता मौजूद थे। वहीं, जेडीएस चीफ और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के घर पर भी कई दौर की बैठकें हुईं।
कर्नाटक विधानसभा का सत्र 12 जुलाई शुरू हो रहा है। इसको देखते हुए कांग्रेस और जेडीएस मौजूदा सियासी भूचाल से पार पाना चाहते हैं। इसी के मद्देनजर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा के लिए मंगलवार को एक बैठक बुलाई है। कांग्रेस के सभी विधायकों से इसमें उपस्थित रहने की हिदायत दी गई है।