भोपाल। एमपी हाॅक फोर्स ने मंगलवार देर रात बालाघाट में एक महिला समेत दो नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। दोनों नक्सली टांडा एरिया कमेटी के सक्रिय सदस्य थे। उन पर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सरकारों ने कुल 14-14 लाख रुपए का इनाम रखा था। डीजीपी विजय कुमार सिंह ने बुधवार को बताया कि 7 साल बाद प्रदेश में नक्सली मुठभेड़ हुई है।
इससे पहले 2012 में नक्सलियों को मार गिराया था। ताजा मुठभेड़ बालाघाट के थाना लांजी के ग्राम नेवरवाही के पुजारी टोला में हुई। यहां पुजारी टोला के प्रेम लाल टेकाम के घर बैठककर नक्सली हमले की रणनीति बना रहे थे। इसके बाद कमांडेंट हॉक फोर्स और एसपी बालाघाट के नेतृत्व में 17 जवानों की टीम देवर वैली से नेवर वाही पहुंची। यहां चार टीमों ने नक्सलियों को घेर कर सरेंडर करने को कहा गया, लेकिन उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी।
दोनों मृत नक्सलियों पर तीन राज्यों में था लाखों का इनाम : गोलीबारी के बीच तीन नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। मुठभेड़ में एक महिला और एक पुरुष नक्सली मारा गया। उनके पास से एक एसएलआर और 315 बोर की एक रायफल, तीन मैगजीन, दो वायरलेस सेट, 10,720 रुपए नकदी, मोबाइल चार्जर आदि सामान मिला है। दोनों पर छत्तीसगढ़ ने पांच-पांच लाख, महाराष्ट्र ने छह-छह लाख और मध्यप्रदेश ने तीन-तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
एमएमसी ट्राई जोन में उठाते हैं फायदा : डीजीपी वीके सिंह का कहना है कि मध्यप्रदेश पुलिस ने 2012 में नक्सली मुठभेड़ में नक्सलियों को मारा था। एमएमसी ट्राई जंक्शन (महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का बोर्डर) का नक्सली फायदा उठाते हैं। बालाघाट और मंडला में टांडा दलम, मलाजखंड दलम और दरेकसा दलम सक्रिय हैं। धीरे-धीरे नक्सलियों का डिंडोरी और अमरकंटक की तरफ मूवमेंट बढ़ रहा है। पुलिस उन पर नजर रखे हुए हैं।