ग्वालियर। 5 साल पहले चुनाव के मैदान से शुरू हुए गैंगवार में बुधवार को भाजपा नेता के छोटे भाई व प्रॉपर्टी करोबारी की दिनदहाड़े गोलियां मारकर हत्या कर दी। घटना को दोपहर 1.04 बजे वैष्णोंपुरम में गली के कॉर्नर पर छिपकर खड़े दो शार्प शूटर ने अंजाम दिया है। पंकज सिकरवार की बॉडी इस बात की गवाह है कि शार्प शूटर किसी भी हालत में उसे जिंदा नहीं छोड़ने का प्रण लेकर आए थे। उसकी बॉडी में गोलियों के 12 से 14 छेद हैं। लेकिन पोस्टमार्टम में बार-बार एक्स-रे करने के बाद भी दो गोलियां मिली हैं। दो छेद सिर, दो पीठ, एक छाती, एक हाथ के अलावा कुछ पीठ और कमर के बीच हैं। मौके पर 7 फायर होने की बात सामने आई है। सभी गोलियां पिस्टल की बताई गई हैं। सीधे शब्दों में कहें तो शूटर्स ने गोलियां मार-मारकर शरीर छलनी कर दिया है।मैंने गाड़ी भगाई पर भाई साहब वहीं गिर पड़ेवैष्णोपुरम की साइट पर हम बैठे थे पंकज भाई साहब ने बाइक से धर्मकांटा वाली साइट पर चलने के लिए कहा। मैंने बाइक निकाली भाई साहब पीछे बैठ गए। अभी वैष्णोपुरम के मोड़ पर टर्न किया था अचानक कार सामने से आ गई। इस पर बाइक एक तरफ की। तभी कोने में छुपकर खड़े नकाबपोश ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू कर दी। मैंने, गाड़ी भगाई, लेकिन पंकज भाई साहब वहीं गिर पड़े। इसके बाद मैं डरकर धर्मकांटा तक भाग गया और उन्होंने भाई साहब को भून दिया।
मौत की खबर सुनते ही पत्नी बेहोश
घटना की सूचना मिलते ही पंकज को उसके दोस्त व परिजन बसंत विहार निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। पीछे पंकज की पत्नी रंजना भी अस्पताल पहुंच गई। जब डॉक्टर ने पंकज को मृत घोषित कर दिया तो पत्नी बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी। परिवार के सदस्यों ने संभाला, उसे होश आया कुछ देर बाद वह फिर बेहोश हो गई। जिसके बाद उसे अस्पताल से घर पहुंचाया गया। पंकज के परिवार में उसकी पत्नी के अलावा तीन बच्चे दो बेटियां मुस्कान (11), एंजल (8) व बेटा देव(3) हैं। पंकज बड़ा था एक छोटा भाई भूरा उर्फ ओमकार सिकरवार है। जबकि उसका चचेरा भाई शैलू तोमर, संतोष सिकरवार हैं।
हत्या में कितने आरोपी शामिलजैसा सीसीटीवी फुटेज आए हैं उसमें दो बदमाश पंकज पर फायरिंग करते नजर आ रहे हैं, जबकि उन दोनों को लाने ले जाने के लिए दो बाइक सवार दिखे हैं। इनकी बाइक पर बैठकर शूटर भागे हैं। इसके अलावा पुलिस ने आसपास के पूरे क्षेत्र में फुटेज निकाले हैं। जिसमें एक स्कॉर्पियो भी नजर आई है। सूत्रों की मानें तो इस स्कॉर्पियो को उस गली में भी घटना से काफी देर पहले देखा गया था। इसमें पैरोल पर बाहर आया शातिर बदमाश परमाल सिंह तोमर के होने की बात सामने आई है।
परमाल के पेरौल पर आते ही पंकज सतर्क था, पर हुई चूकदूसरे पक्ष का मुख्य बदमाश परमाल सिंह तोमर अभी कुछ दिन पहले ही पेरौल पर जेल से बाहर आया है। उसके जेल से बाहर निकलने का पता चलते ही पंकज सिकरवार व उसके साथी अलर्ट हो गए थे। 7 मार्च को इंदौर में पंकज के साले की शादी थी। उसमें शामिल होने वह कार से इंदौर गया था। मंगलवार रात वह घर लौटा था। बुधवार सुबह किसी का साइट विजिट करने कॉल आया तो वह घर से निकल आया। एक अनजान कॉल पर उसका घर से अकेले बाइक पर निकलना यहीं उससे चूक हो गई। परिवार का मानना है कि साइट देखने का कॉल करना साजिश हो सकती है। इस नंबर पर भी पुलिस जांच कर रही है।
हत्या के बाद मुरैना रोड की तरफ भागे बदमाशहत्या के बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज निकाले हैं। घटना स्थल पर मिले फुटेज में हत्या करने के बाद बदमाशों के दो बाइक सवार साथी आए। जिनके साथ बैठकर बदमाश वैष्णोपुरम में पीछे की तरफ भागे। करीब 300 मीटर की दूरी पर जहां वैष्णोपुरम की गली समाप्त होती है। वहां से सीधे हाथ पर बाइक सवारों ने टर्न लिया। यहां कॉर्नर पर एक होतम सिंह सिकरवार के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में वह टर्न करते दिख रहे हैं। टर्न करने के बाद यह गली हजीरा के मुख्य मार्ग पर खुलती है। बदमाश वहां पहुंचे और यहां भी एक फुटेज मिला है जहां से मुरैना की तरफ भागते दिख रहे हैं।