लाहौर
भारतीय वायु सेना (IAF) के विंग कमांडर अभिनंदन को शुक्रवार रात वाघा-अटारी सीमा पर भारत को सौंपे जाने में तय समय से काफी देरी हुई। सूत्रों ने बताया है कि अभिनंदन
को भारत को सौंपने से पहले पाकिस्तानी अधिकारी अपने हिसाब से कैमरे के
सामने बयान रिकॉर्ड कराना चाहते थे। इसके बाद ही उन्हें सीमा पार करके
स्वदेश जाने दिया गया। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया में दावा किया जा रहा है
कि वाघा आव्रजन पर अभिनंदन के कागजात की जांच हो रही थी इसलिए उन्हें
तुरंत भारतीय अधिकारियों को नहीं सौंपा गया।
खास बात यह है कि इस विडियो में सात कट हैं जो संकेत देते हैं कि इसे
पाकिस्तानी रुख के अनुरूप करने के लिए बहुत काट-छांट की गई। पाकिस्तान
सरकार ने स्थानीय समयानुसार रात 8.30 बजे पायलट का विडियो संदेश स्थानीय
मीडिया को जारी भी किया। इस समय तक अभिनंदन को भारत को सौंपा भी नहीं गया
था।
तमाम कट वाले इस विडियो में अभिनंदन ने बताया है कि उन्हें कैसे पकड़ा
गया। एक सूत्र ने कहा, 'उनका विडियो संदेश रिकॉर्ड करने के कारण उन्हें
भारत को सौंपने में देरी हुई।' आपको बता दें कि अभिनंदन को पकड़े जाने के
बाद भी पाकिस्तानी सेना ने एक विडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर जारी किया
था। उसने यह दिखाने की कोशिश की थी कि उन्हें वहां अच्छे से रखा जा रहा है।
गौरतलब है कि अभिनंदन का विमान उस समय गिराया गया था जब भारतीय
वायुसेना के विमानों ने 27 फरवरी को जम्मू कश्मीर में भारतीय सैन्य
प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के पाकिस्तान वायुसेना के प्रयासों को नाकाम
किया था। अभिनंदन विमान से तो बाहर निकल गए थे लेकिन वह पाकिस्तान के कब्जे
वाले कश्मीर में जाकर गिरे जहां पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया।