दिल्ली से भोपाल के बीच चल रही शताब्दी एक्सप्रेस नए हाई स्पीड रैक से चलाई जाएगी। सूत्रों का कहना है कि वंदे भारत ट्रेन के दो और रैक तैयार हो चुके हैं। आईसीएफ चेन्नई में यह रैक तैयार किए हैं। इनमें से एक रैक नई दिल्ली-हबीबगंज शताब्दी एक्सप्रेस को मिलने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि नए रैक से शताब्दी एक्सप्रेस मई में चलाई जा सकती है।
शताब्दी एक्सप्रेस के यात्री आए दिन शिकायत कर रहे हैं कि कोच की सीटें फटी हैं और हत्थे टूटे हुए हैं। इन्हीं शिकायतों को देखते हुए नार्दन रेलवे जल्द शताब्दी के कोच बदलने की तैयारी कर रहा है। वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चल रही है। पहले यह रैक नई दिल्ली-हबीबगंज शताब्दी एक्सप्रेस को मिलना था, लेकिन रेलवे ने इसे नई दिल्ली-वाराणसी के बीच चला दिया। बताया जा रहा है कि मई में नई दिल्ली से भोपाल के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस के कोचों को बदलकर वंदे भारत के कोचों को लगाया जाएगा। रेलवे नई दिल्ली-कालका, नई दिल्ली-देहरादून, नई दिल्ली-मुंबई, नई दिल्ली-मुरादाबाद, नई दिल्ली-प्रयागराज के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस के रैकों को भी बदलने का मन बना रहा है।
नए कोच में यह होगी खासियत : हर कोच में 6 सीसीटीवी कैमरे और एलईडी होगी। यात्री लोको पायलट से बातचीत कर सकते हैं। इसके लिए प्रत्येक कोच में टॉक बैक सुविधा है। यात्रियों को मुफ्त वाईफाई सुविधा मिलेगी। गेट स्वचलित होंगे। जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली सिस्टम आने वाले स्टेशनों की जानकारी देगा। वैक्यूम बायो टॉयलेट होंगे। कोच के भीतर ही दिव्यांग यात्रियों के लिए व्हीलचेयर होंगी। नार्दन रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने कहा कि शताब्दी एक्सप्रेस को नए रैक से चलाया जाना है। नए रैक आते ही पुराने रैक को हटाकर नए रैक से ट्रेन चलाई जाएगी।