प्रदेश में सरकार बदलने के बाद सार्वजनिक निर्माण कार्यों के लोकार्पण समारोह राजनीतिक टकराव की वजह बनते जा रहे हैं। भाजपा विधायक विश्वास सारंग को जैसे ही भनक लगी कि जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा सोमवार को विवेकानंद थीम पार्क का उद्घाटन करने वाले हैं, वे स्थानीय रहवासियों और समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और लोकार्पण कर दिया। शिलालेख भी स्थापित करा दिया। 32 मीटर लंबे और 24 मीटर चौड़े क्षेत्र में करीब 1 करोड़ 37 लाख की लागत से यह थीम पार्क बना है। इसमें स्वामी विवेकानंद की 10 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है।
सीपीए द्वारा बनाया गया पार्क विधानसभा चुनाव से पहले तैयार हो गया था, लेकिन जिस दिन लोकार्पण होना था उसी दिन आचार संहिता लग गई। सूत्र बताते हैं कि नरेला के कांग्रेस नेताओं ने जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा से संपर्क किया और उन्हें नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह के साथ इस थीम पार्क के लोकार्पण का प्लान बनाने को कहा। इसके बाद सीपीए ने सोमवार 4 मार्च को लोकार्पण की तैयारी कर ली।
रहवासी बोले....जमीन पर अतिक्रमण हो रहा था
- अशोका जनकल्याण विकास समिति के संरक्षक लालबिहारी सोनी, अध्यक्ष हेमंत परिहार और उपाध्यक्ष एसएम खान ने कहा कि इस जमीन पर अतिक्रमण हो रहा था और असामाजिक गतिविधियां बढ़ती जा रहीं थीं। इसलिए हमने यहां पार्क बनाने का अनुरोध किया था। पार्क चार महीने से तैयार था, हमारे ही अनुरोध पर पार्क का लोकार्पण भी हुआ है।
कांग्रेस की ओछी राजनीति का जवाब देने के लिए किया लोकार्पण
कांग्रेस विकास कार्य को लेकर राजनीति कर रही है जो उचित नहीं है। यह एक स्थापित सत्य है कि जनता की मांग पर इस पार्क का कंसेप्ट, डिजाइन, बजट स्वीकृति और निर्माण तक मेरी सक्रिय भूमिका थी। जनता ने ही मुझसे अनुरोध किया कि कांग्रेस की ओछी राजनीति का जवाब देने के लिए आप लोकार्पण कर दीजिए और हमने लोकार्पण कर दिया।
अगर विश्वास सारंग टकराव ही चाहते हैं तो अब यही होगा
अगर सारंग टकराव चाहते हैं तो अब यही होगा। कोई भी विकास कार्य सरकार कराती है। यह पार्क किसी सांसद या विधायक निधि से नहीं बल्कि प्रदेश सरकार के बजट से बना था। सरकार इसका उद्घाटन करेगी। हम एक-दो दिन में इसका लोकार्पण करेंगे। सारंग का आरोप गलत है कि उन्हें लोकार्पण समारोह की सूचना नहीं दी गई।