मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने वाले बयान पर सियासी माहौल गरमा गया है। रविवार को इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- 'उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।'
रविवार को इंदौर के मधुर मिलन गार्डन में भाजपा द्वारा आयोजित सैनिक सम्मान समारोह के दौरान विजयवर्गीय ने यह बयान दिया। मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि दिग्विजय सेना से सबूत मांग रहे हैं। अगर दम है तो अपने बेटे को सरहद पर भेज कर देखें। पता चल जाएगा- शहीद के माता-पिता का दर्द क्या होता है।
उधर, दिग्विजय सिंह के सबूत वाले बयान के विरोध में रविवार शाम भाजपा द्वारा मप्र के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इंदौर के छावनी क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा धिक्कार सभा का आयोजन किया गया।
यह कहा था दिग्विजय सिंह ने
शनिवार को इंदौर में डेली कॉलेज के कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री ने एयर स्ट्राइक को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि ये कहना उचित नहीं है कि हमारे पास प्रमाण नहीं है। भारत सरकार को ऐसे लोगों को तमाचा मारना चाहिए। ममता बनर्जी प्रमाण मांग रही हैं तो प्रमाण देना चाहिए। आज पूरे विश्व की घटनाएं सैटेलाइट से खींची जा सकती हैं। ओसामा को मारा गया तो उसकी पूरी वीडियो फिल्म बनाई गई थी।
शनिवार को इंदौर में डेली कॉलेज के कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री ने एयर स्ट्राइक को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि ये कहना उचित नहीं है कि हमारे पास प्रमाण नहीं है। भारत सरकार को ऐसे लोगों को तमाचा मारना चाहिए। ममता बनर्जी प्रमाण मांग रही हैं तो प्रमाण देना चाहिए। आज पूरे विश्व की घटनाएं सैटेलाइट से खींची जा सकती हैं। ओसामा को मारा गया तो उसकी पूरी वीडियो फिल्म बनाई गई थी।
दिग्विजय ने कहा था कि देश की सुरक्षा के साथ कभी राजनीति नहीं करना चाहिए। अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा कभी नहीं होने दिया। न इंदिरा गांधी ने राजनीति को इन मामलों में शामिल होने दिया। पुलवामा अटैक को दुखद बताते हुए वे बोले कि जब जैश-ए-मोहम्मद ने वीडियो जारी किया कि उनका आत्मघाती दस्ता कोई घटना करने वाला है, उस वक्त हमारी सरकार ने वो सारे कदम क्यों नहीं उठाए, जो उठाए जाना चाहिए थे।
विजयवर्गीय को कहा था भटकती आत्मा
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा 'दिग्विजय नाथ सिंधिया' को मप्र का मुख्यमंत्री बताए जाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा था कि कैलाश की आत्मा भटकती है। मेरी उनके प्रति सहानुभूति है।