कॉलेज में पीने का पानी तक नहीं है। लाइब्रेरी इतनी छोटी है कि उसमें 10 से 12 बच्चे ही बैठ पाते हैं। ऐसे में लाइब्रेरी की किताबों का उपयोग नहीं हो पा रहा है। बच्चों को किताबों के लिए बाहर भटकना पड़ता है। सुरक्षा गार्ड नहीं होने से कॉलेज के अंदर कोई भी आ जाता है। इससे हमारी पढ़ाई पर बहुत खराब असर पड़ रहा है। कोलार में कॉलेज की नई बिल्डिंग बन चुकी है, लेकिन अब तक शिफ्ट नहीं हुआ। यह शिकायती ज्ञापन डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय-बेनजीर कॉलेज- के छात्रों ने शनिवार को उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के बंगले पर पहुंचकर सौंपा।
कॉलेज के छात्र यश गुर्जर ने बताया कि उनका कॉलेज कोलार में शिफ्ट होने वाला था, लेकिन राजनीति के कारण ऐसा नहीं हो सका। अभी उनका कॉलेज खटलापुरा स्थित जर्जर हो चुके गोखले हॉस्टल में चल रहा है। यहां पर कमरे बहुत छोटे हैं। इसमें आधे बच्चे ही एक बार में बैठ पाते हैं। पढ़ाई का न तो माहौल है और न ही यहां पर कोई व्यवस्था ही है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोलार में कॉलेज के लिए नई बिल्डिंग का उद्घाटन कर दिया था, लेकिन अब तक शिफ्ट नहीं हो पाए। वहां पर कोई और ही कॉलेज लगने लगा है।
मंत्री पटवारी ने छात्रों से उनकी शिकायत लेते हुए कहा कि वह इसके लिए रास्ता निकाल रहे हैं। छात्रों ने कॉलेज को जल्द से जल्द नई बिल्डिंग में शिफ्ट किए जाने की मांग की है। कालेज की शिफ्टिंग की मांग पूरी करने के लिए करीब सवा सौ छात्रों ने अपने नाम और मोबाइल फोन नंबर के साथ साइन करके मंत्री को दिए।