शादी के 33 साल बाद पति-पत्नी का रिश्ता तलाक की दहलीज तक पहुंच गया। कारण- उनके बेटे और बेटी झगड़ते हैं। इस कारण 26 वर्षीय बेटा पिता के साथ विदिशा में रहता है और आईएएस की तैयारी कर रही 19 वर्षीय बेटी भोपाल में मां के साथ। दोनों के बीच झगड़ा न हो, इसलिए मां - पिता ने आपसी सहमति से कोर्ट में तलाक का आवेदन पेश किया।
इस केस की सुनवाई शनिवार को आयोजित लोक अदालत में न्यायाधीश भावना साधौ की अदालत में हुई। न्यायाधीश साधौ की समझाइश के बाद तलाक मांगने कोर्ट पहुंची दंपती ने रिश्तों की कड़वाहट दूर करने कुछ दिन का समय मांग कर बिखर रहे परिवार को दोबारा बसाने की सहमति अदालत में दी है।
कोर्ट में तलाक की अर्जी सबमिट करने वाली दंपती की बेटी ने अदालत को बताया कि शादी के बाद से भाई मुझसे और मां से अच्छा व्यवहार नहीं करता। इस कारण मैं मां के साथ भोपाल में रहती हूं। यहां आईएएस की तैयारी कर रही है। जबकि भाई विदिशा में पिताजी के साथ रहता है। वह परिवार की संयुक्त संपत्ति में से मुझे हिस्सा नहीं देना चाहता। इसलिए वह मेरी शादी की तैयारी करवा रहा है। जबकि मुझे आईएएस अफसर बनना है।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए फिलहाल शादी नहीं करना चाहती। अदालत ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही युवती का पक्ष सुनने के बाद उसके भाई और माता - पिता से बातचीत की। न्यायाधीश भावना साधौ की समझाइश के बाद तय हुआ कि वीकेंड पर विदिशा में रहने वाला भाई उसकी पत्नी और पिता भोपाल आकर मां-बेटी के साथ रहेंगे। इसी प्रकार अगले सप्ताह के वीकेंड पर मां और बेटी भोपाल से जाकर विदिशा में अपने भाई और पिता के साथ रहेगी।
मामले की सुनवाई के बाद न्यायाधीश भावना साधौ ने दंपती काे समझाइश दी कि परिवार के लिए आप लोग समय निकालें। एक-दूसरे की भावनाओं को समझें और उनका सम्मान करें। तभी गृहस्थी चल पाएगी। न्यायाधीश की समझाइश के बाद दंपती ने सभी में सामंजस्य के लिए कुछ दिन का समय मांगा। साथ ही कहा कि अागे अदालत में उपस्थित होकर मामले की जानकारी देंगे।