नई दिल्ली
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी ने राम मंदिर मुद्दे पर कहा कि यह आंदोलन अभी जारी रहेगा। संघ के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अभी की सरकार (केंद्र की बीजेपी सरकार) की निष्ठा पर कोई सवाल नहीं है। उन्होंने मंदिर निर्माण पूरा होने तक आंदोलन के चलते रहने की बात कही। बता दें कि इसी सप्ताह सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर मध्यस्थता के लिए 3 सदस्यों का पैनल नियुक्त किया है।
भैयाजी जोशी ने राम मंदिर के लिए मोदी सरकार पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा, 'हम मानते हैं कि सत्ता में बैठे हुए लोगों में अभी राम मंदिर का विरोध नहीं है। उनकी प्रतिबद्धता को लेकर हमारे मन में कोई शंका नहीं है।' लोकसभा चुनावों से ठीक पहले संघ ने एक बार फिर मोदी सरकार पर पूरा भरोसा जताया।
अयोध्या विवाद में मध्यस्थता पर कही यह बात
अयोध्या विवाद पर मध्यस्थता के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन सदस्यीय कमिटी के गठन के सवाल पर संघ के सरकार्यवाह जोशी ने कहा, 'हम किसी भी ऐसे कदम का स्वागत करते हैं। मंदिर उसी स्थान पर बनेगा और हम उसके साथ कोई समझौता नहीं करने वाले हैं। मध्यस्थ अगर इस दिशा में जाएंगे तो हम उसका स्वागत करेंगे। जब तीन सदस्यी पैनल इसपर अपनी कार्यवाही शुरू करेगी तब पता चलेगा। इस प्रकार के सकारात्मक कदम का स्वागत करते है और ऐसी कोशिश होनी चाहिए।' बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद के समाधान खोजने के लिे 3 सदस्यों वाली मध्यस्थता कमिटी का गठन किया है। कमिटी के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस एफ. एम. कलीफुल्ला हैं। अन्य दो सदस्यों में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पांचू शामिल हैं। यह संयोग ही है कि मध्यस्थता पैनल में शामिल तीनों ही नाम तमिलनाडु से ताल्लुक रखते हैं।
मंदिर निर्माण तक आंदोलन जारी रखने की बात करते हुए उन्होंने कहा, '1980-90 से जो आंदोलन चल रहा है, जब तक मंदिर पूरा नहीं होगा तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा। हम न्यायालय से अपेक्षा करते हैं कि शीघ्रता से इस मुद्दे पर फैसला हो।' बता दें कि मध्यस्थता के लिए कोर्ट ने 8 सप्ताह का समय तय किया है। कोर्ट की ओर से आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर, मध्यस्थता कानूनों के विशेषज्ञ श्रीराम पंचू और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस इब्राहिम खलीफुल्लाह को मध्यस्थता पैनल के लिए नामित किया गया है।