नई दिल्ली
एथोपियन एयरलाइंस के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद भारत में भी बोइंग 737 मैक्स 8 एयरक्राफ्ट को प्रतिबंधित कर दिया गया है। डीजीसीए ने मंगलवार देर रात यह फैसला लिया। इस फैसले के बाद स्पाइसजेट के 12-13 विमान संचालन से बाहर हो जाएंगे। इससे पहले लीज रेंटल न दे पाने की वजह से B737 जेट विमान ऑपरेशन से हट चुके हैं।
सिविल एविएशन के डायरेक्टर जनरल ने 737 मैक्स विमान पर रोक लगाने का
फैसला किया। बता दें कि एथोपियन एयरलाइन्स का विमान क्रैश होने के बाद 157
लोग मारे गए थे। पांच महीने पहले इंडोनेशिया का एक विमान भी क्रैश हो गया
था जिसमें 189 लोगों की मौत हो गई थी।
सिंगापुर एयरलाइन्स का सहयोगी सिल्कएयर भी इस विमान का उपयोग करता है
जो हैदराबाद और बेंगलुरु एयरपोर्ट से संचालित होते हैं। सिल्कएयर के
प्रवक्ता ने कहा कि अब एयरलाइन 737 MAX की जगह पर 737 NG का उपयोग करेंगे।
ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया सहित विभिन्न देशों ने मंगलवार को
अपने अपने वायुक्षेत्र में 'बोइंग 737 MAX' विमानों पर रोक लगा दी है।
अमेरिकी नियामकों ने बोइंग को मॉडल में तत्काल सुधार करने का भले ही
आदेश दिया हो लेकिन ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया,
मलेशिया, आयरलैंड, आइसलैंड और ओमान जैसे देशों ने अपने अपने वायुक्षेत्र
में सभी 737 मैक्स विमानों के परिचालन पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है।
इससे पहले, चीन और इंडोनेशिया भी सोमवार को इन विमानों पर रोक लगा चुके
हैं। इनके अलावा, सस्ती एयरलाइन 'नॉर्वे एयर शटल' ने कहा कि वह अगले आदेश
तक अपने बोइंग 737 MAX विमानों की उड़ान पर रोक लगाएगी।
उधर, दक्षिण कोरिया ने इन विमानों का संचालन करने वाली एकमात्र एयरलाइन
को अपने दो मैक्स 8 विमानों के परिचालन पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
अर्जेंटीना ने भी पांच 'MAX 8' विमानों के परिचालन पर रोक लगाई है। लेकिन
कई एयरलाइंस ने कहा है कि उन्होंने 'MAX 8' की उड़ानों को रद्द नहीं किया
है।दूसरी ओर, अमेरिका ने कहा है कि वह बोइंग विमानों के संबंध में कुछ और
साक्ष्य आने तक इस संबंध में कोई निर्णय नहीं करेगा।