झांसी-खजुराहो फोरलेन एक साल में बनकर तैयार हो जाएगा। पहले चरण का काम करीब 50 फीसदी पूरा हो गया है। फोरलेन बनने के बाद झांसी से खजुराहो जाने में दो से ढाई घंटे ही लगेंगे। अभी यह सफर चार से पांच घंटे में पूरा होता है। इस मार्ग के निर्माण के लिए 2010 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। बीते दिनों झांसी दौरे पर आए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने फोरलेन की प्रगति की जानकारी मीडिया को भी दी थी।
सड़क का एकल मार्ग होने के कारण अभी वाहनों को झांसी से खजुराहो तक की 179 किलोमीटर की दूरी तय करने में चार से पांच घंटे का समय लग जाता है। केंद्र सरकार ने देशी-विदेशी पर्यटकों और बुंदेलखंड के आम लोगों की समस्या को ध्यान में रखकर इस योजना को मंजूरी दी है। योजना के तहत दो चरणों में निर्माण कार्य किया जा रहा है। दोनों ही चरणों का काम एक साथ चलेगा। झांसी से खजुराहो तक पैकेज वन में 77 किलोमीटर की फोरलेन के चौड़ीकरण काम 30 प्रतिशत पूरा हो चुका है। वहीं पैकेज टू में 85 किलोमीटर चौड़ीकरण का काम भी लगभग 25 प्रतिशत हो गया है।
प्रतापपुरा से होकर गुजरेगा फोरलेन : इस मार्ग के लिए झांसी से दिगारा, फुटेरा, बरुआसागर, जावन, सकरार, घुराट, खिलारा, बसरिया, भंडरा, प्रतापपुरा, बबेड़ी जंगल, छतरपुर, राजनगर, कुलपहाड़ समेत 40 गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण होगा, जिसमें 71 फीसदी किसानों की भूमि को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने अधिग्रहित कर लिया है। इस मार्ग पर छह बड़े और 18 छोटे पुल, 21 अंडरब्रिज पास और एक टोल प्लाजा बनाया जाएगा। इस मार्ग में वन विभाग की कोई आपत्ति नहीं आ रही है।