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3 दिन तक चली हंदवाड़ा मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, 5 जवान शहीद

श्रीनगर 
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ पिछले तीन दिन से चल रही मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को कामयाबी मिली है। इस एनकाउंटर में दो आतंकियों को मार गिराया गया। वहीं, मुठभेड़ में पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। एनकाउंटर के दौरान शहीदों में तीन सीआरपीएफ जवान और दो जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान शामिल हैं।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने रविवार को कहा, 'दो आतंकवादी मारे गए। मुठभेड़ अब बंद हो गई है, लेकिन तलाशी अभियान चल रहा है।' मारे गए आतंकवादियों की अभी शिनाख्त की जानी है। कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा के बाबागुंड गांव में शुक्रवार को मुठभेड़ शुरू हुई। आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया, जिसके बाद एनकाउंटर शुरू हुआ। 

मुठभेड़ के बारे में जानकारी देते हुए कश्मीर के आईजी एसपी पाणी ने कहा, 'ऑपरेशन तकरीबन खत्म हो गया है। फाइनल सर्च ऑपरेशन चल रही है। मुठभेड़ स्थल से हमें दो आतंकवादियों के शव मिले हैं। उनकी पहचान की कोशिश की जा रही है। लंबे समय तक चले ऑपरेशन की वजह कठिन भौगोलिक स्थिति और नागरिकों की भारी आबादी है। एनकाउंटर में हमने सीआरपीएफ के तीन और जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो जवानों को खो दिया।मृत समझे जा रहे आतंकी ने की थी फायरिंग 
सीआरपीएफ के दो जवान और दो पुलिसकर्मी शुक्रवार को उस समय शहीद हो गए, जब एक आतंकवादी जिसे मृत समझा गया था अचानक घर के मलबे से उठा और सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगा। पुलिस ने कहा कि एक घायल सीआरपीएफ जवान की रविवार को अस्पताल में मौत हो गई। मुठभेड़ में सात अन्य सुरक्षा कर्मी भी घायल हुए हैं। सुरक्षा बलों के साथ प्रदर्शनकारियों के संघर्ष में एक नागरिक की भी मौत हो गई थी। प्रदर्शनकारी अभियान में बाधा डाल रहे थे। 

भारतीय सेना की नॉर्दर्न कमांड ने अपने ट्वीट में कहा है, 'कुपवाड़ा में चल रहे ऑपरेशन बाबागुंड में दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया है। मुठभेड़ स्थल पर जॉइंट ऑपरेशन अभी जारी है।' जानकारी के मुताबिक, आतंकी एक घर में छिपे हुए थे। 


आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ की 92वीं बटैलियन में तैनात उत्तर प्रदेश के मोदीनगर के विनोद कुमार शहीद हो गए थे। विनोद शुक्रवार को आतंकियों की गोली लगने के बाद घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें उनके साथी हॉस्पिटल ले जाने लगे, तभी रास्ते में वह शहीद हो गए। विनोद के भाई राजेंद्र ने बताया उन्हें शुक्रवार रात 8 बजकर 30 मिनट पर शहादत की सूचना मिली थी। राजेंद्र बताते हैं, 'विनोद 8 फरवरी को ही ड्यूटी पर लौटे थे।' 

शहीद पिंटू सिंह की शहादत पर जताया दुख 
उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हंदवाड़ा में ही शहीद पिंटू कुमार सिंह की शहादत पर भी दुख व्यक्त किया है। बेगूसराय जिले के रहने वाले पिंटू हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शुक्रवार को शहीद हो गए थे। 

सुरक्षाबलों द्वारा दिया जा रहा है मुंहतोड़ जवाब 
आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच चल रही इस मुठभेड़ के साथ ही आसपास के क्षेत्र में भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के ठिकाने को चारों ओर से घेरा हुआ है और लगातार उन पर जवाबी कार्रवाई की जा रही है। 

बता दें कि 14 फरवरी (गुरुवार) को पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हो गया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी। भारतीय वायुसेना ने पुलवामा अटैक का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में दाखिल होकर एयर स्ट्राइक के जरिए जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। 

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