चंबल संभाग में आर्थिक संपन्नता बढ़ाने के लिए मुरैना से पोरसा तक एक नया हाईवे बनेगा। इसके लिए भाेपाल के एलएन मालवीय ग्रुप ने 129 करोड़ रुपए की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर सडक विकास निगम को सौंप दी है। केंद्र सरकार से बजट मंजूर होने के बाद इस प्रोजेक्ट के टेंडर की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। एक्सप्रेस-वे बनने से 100 गांव के 5000 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
सड़क विकास निगम के अफसरों का कहना है कि मुरैना-पोरसा हाईवे निर्माण के लिए तीन नए बायपास रोड बनाए जाएंगे। इसके लिए सरकारी व निजी जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। मुरैना का नया बायपास 16 किमी लंबाई का होगा। अंबाह व पोरसा के नए बायपास रोड 8 से 9 किमी लंबाई के बनाए जाएंगे। इससे लोगों को सुविधा होगी।
मुरैना से पोरसा तक 10 मीटर चौड़ा होगा हाईवे : चंबल एक्सप्रेस-वे की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक, मुरैना से पोरसा तक 49 किलोमीटर लंबाई के इस टू-लेन हाईवे को 10 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम ने हाईवे के 552 एक्सटेंशन के निर्माण के लिए मुरैना गांव के मोड से नया रास्ता चुना है। शहर में धौलपुर साइड से निकलकर जाने वाला हाईवे गंजरामपुर की नहर पर होकर निकलेगा। हाईवे अंबाह होता हुआ पोरसा तक पहुंचेगा।
रूट तैयार: नए हाईवे का रूट चार्ट तैयार हो चुका है। नया हाईवे बनने के बाद राजस्थान के सवाई माधौपुर से चलने वाला हैवी ट्रेफिक श्योपुर, गोरस, सबलगढ़, कैलारस, जौरा होते हुए वाया मुरैना भिंड पहुंचेगा। मुरैना से श्योपुर के बीच सड़क विकास निगम पहले से ही फोरलेन व टू-लेन हाईवे बनवा चुका है। पोरसा के बाद हाईवे को अटेर-भिंड हाईवे से कनेक्ट किया जाएगा। भिंड से मिहौना होते हुए हेवी ट्रैफिक सीधे यूपी के चिरगांव के लिए निकल जाएगा। नए निर्माण के लिए मिनिस्ट्री ऑफ रोड एंड ट्रांसपोर्ट हाइवे से 129 करोड़ रुपए मंजूर किए जाने की दरकार है।
बायपास बनने से बचेगा 89 किमी दूरी का फेर : वीरपुर से पोरसा के बीच 80 किलोमीटर लंबाई के पांच बायपास बनाने से चंबल एक्सप्रेस-वे से गुजरने वाले लोगों को समय व ईंधन की बचत होगी। इसके लिए वीरपुर में 12 किमी, सबलगढ़ में 21 किमी, जौरा में 15 किमी, मुरैना में 20 किमी व पोरसा में 12 किमी लंबाई के बायपास मार्ग बनाए जाएंगे। बायपास के मोड़ में नौ किमी की लंबाई और शामिल रहेगी। इस प्रकार बायपास के निर्माण 89 किमी की दूरी कम करेंगे। वीरपुर से अटेर तक 273 किमी लंबाई के एक्सप्रेस-वे के लिए पांच बायपास बनने से कुल दूरी में 89 किमी लंबाई की दूरी कम हो जाने से लोगों को 184 किमी का सफर ही करना होगा।