महाशिवरात्रि पर शिप्रा में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को त्रिवेणी और रामघाट पर साफ पानी मिलेगा। देवास के शिप्रा डेम से गुरुवार शाम नर्मदा का पानी छोड़ा गया है। यह पानी शुक्रवार को त्रिवेणी पर पहुंचेगा। इस पानी को त्रिवेणी और गऊघाट स्टापडेम में भर कर रखेंगे। ताकि जरूरत होने पर गऊघाट से इसका उपयोग जलप्रदाय में भी किया जा सके।
नर्मदा का पानी छोड़ने के लिए पीएचई न कलेक्टर के माध्यम से नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण को 4 फरवरी को ही पत्र भेज दिया था। इसके चार मार्च को होने वाले महाशिवरात्रि स्नान को देखते कलेक्टर शशांक मिश्रा ने सोमवार को उज्जैन के स्टापडेमों के साथ देवास के शिप्रा डेम का अवलोकन कर जिला पंचायत में कंट्रोल रूम स्थापित कर नर्मदा के पानी को बिना रुकावट त्रिवेणी तक लाने की व्यवस्था तय की है।
संभागायुक्त अजीत कुमार ने उज्जैन, देवास और इंदौर प्रशासन को सभी स्टापडेम पर राजस्व, पुलिस और पीएचई अधिकारियों की तैनाती के लिए निर्देश दिए थे। गुरुवार को एनवीडीए ने उज्जैन प्रशासन से बातचीत के बाद शाम 6 बजे देवास डेम के 12 में से 11 गेट खोल दिए। डेम का लेवल 492.48 मीटर था। डेम से 488 मीटर लेवल तक पानी छोड़ा जाएगा।
एनवीडीए अधिकारियों के अनुसार डेम से 110 एमसीएफटी पानी निकलेगा। रात 10 बजे तक डेम के गेट खुले रहेंगे। शुक्रवार को त्रिवेणी तक 70 एमसीएफटी पानी पहुंचने की उम्मीद है।
पूरी नदी सूखी, रुक-रुक कर आएगा पानी
एनवीडीए और पीएचई अधिकारियों के अनुसार देवास डेम से लेकर त्रिवेणी तक के सभी स्टापडेम के गेट खुले हुए हैं। सभी स्टापडेम पर प्रशासन और पुलिस निगरानी भी कर रही है। नदी में से सिंचाई की मोटरें निकलवा दी है। गांवों में भी मुनादी कराई है। पानी छोड़ने के पहले मिली सूचनाओं के अनुसार पूरी नदी में पानी नहीं है। जहां गड्ढों में पानी था वह भी सिंचाई के लिए ले लिए जाने से देवास डेम से छोड़ा पानी नदी के गड्ढों को भरता हुआ त्रिवेणी आएगा। पीएचई के स्टापडेम प्रभारी संतोष दायमा के अनुसार पूरी नदी खाली होने से देवास से छोड़ा पानी शुक्रवार को त्रिवेणी पहुंच जाएगा।