मुंबई
महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के बीच खुद को उपेक्षित किए जाने पर केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री और आरपीआई (ए) के अध्यक्ष रामदास आठवले
ने नाराजगी जताई है। रविवार को इस संबंध में उन्होंने एक ट्वीट कर कहा
है, 'मुझे कोई किनारे करेगा तो उन्हें किनारे करने की ताकत मुझमें है।'
इससे पहले शनिवार को भी आठवले ने कहा था कि हम खुश हैं कि शिवसेना और
बीजेपी एक साथ आए, लेकिन उन्होंने आरपीआई के लिए एक भी सीट नहीं छोड़ी, यह
दुर्भाग्यपूर्ण है।
आठवले ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'ये बात सही है कि जब बीजेपी और शिवसेना
में तालमेल हो गया, अमित शाह की उपस्थिति में जब ये अनाउंसमेंट हो गई तब
मुझे वहां बुलाने की आवश्यकता थी।' शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में
केंद्रीय मंत्री ने कहा था, 'राजनीति में दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं।
लेकिन वह इसके बावजूद यह चाहते हैं कि अगली सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी के नेतृत्व में बने।'
'विस चुनावों में की थी बीजेपी की मदद'
आरपीआई (ए) अध्यक्ष ने कहा था ‘2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में
बीजेपी के लिए वोट जुटाने में आरपीआई ने सहायता की थी। शिवसेना और बीजेपी
को अपने गठबंधन पर मुहर लगाते वक्त उनकी पार्टी को भी विश्वास में लेना
चाहिए था।' उन्होंने कहा कि आरपीआई के नेता 25 फरवरी को मुंबई में बैठक
करेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। फिलहाल पार्टी का इरादा एनडीए छोड़ने
का नहीं है।