श्रीनगर
भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक के बाद कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने इसे बिल्कुल नया खेल बताया है। उन्होंने कहा कि बालाकोट में एयर स्ट्राइक यानी पाकिस्तान में घुसकर मारना एक तरीके का उदाहरण है। वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि दोनों देशों के बीच विरोधाभास है, इसलिए उम्मीद है दोनों के ऑब्जेक्टिव पूरे हो गए होंगे।
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, 'बालाकोट में एयर स्ट्राइक के साथ हमने एक
नया उदाहरण पेश किया है। उरी हमलों के बाद की सर्जिकल स्ट्राइक हमारे
नुकसान का बदला था लेकिन बालाकोट में जो हुआ वह जैश-ए-मोहम्मद के निकट
भविष्य में होने वाले किसी हमले में रोकने के लिए अचानक की गई स्ट्राइक है।
यह बिल्कुल नया खेल है
'पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी वाली बात'
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'यह खैबर पख्तूनख्वा का बालाकोट है।
यानी स्ट्राइक पाकिस्तान में गहराई से घुसकर की गई है और उनके (पाकिस्तान)
लिए बेहद शर्मनाक है। भले ही वह ऐसे दावे करें कि उन्होंने विमानों को वापस
लौटा दिया, या उनके पेलोड गिर गए।'
'स्थानीय प्रशासन को तैयार रहना होगा'उमर ने ट्वीट
किया, 'बालाकोट में हमला शांति काल में पहली बार पाकिस्तान में घुसकर किया
गया है। (पिछली बार 1971 में जो हमला हुआ था वह युद्ध के दौरान था) अब यह
सुनिश्चित करने का हमारा दायित्व है कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण
रेखा के पास रहने वाले हमारे लोग पाकिस्तान की ओर से किसी प्रतिक्रिया का
शिकार न बने। यदि स्थिति संवेदनशील होती है तो स्थानीय प्रशासन को वहां से
लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान में भेजने के लिए तैयार रहना होगा।'
'दोनों ओर से विरोधाभासी रिपोर्ट'
वहीं महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उम्मीद है कि इससे नई दिल्ली और
इस्लामाबाद दोनों ओर के उद्देश्य पूरे हो गए होंगे। उन्होंने ट्वीट किया,
'भारतीय वायुसेना द्वारा तड़के की गई एयर स्ट्राइक पर विरोधाभासी रिपोर्ट आ
रही हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारी कह रहे हैं कि आतंकी कैंपों को उड़ाया
गया जबकि पाकिस्तान ने इससे इनकार किया और कहा कि उसने विमानों को वापस
लौटाया गया। उम्मीद है कि दोनों ओर के उद्देश्य पूरे हो गए होंगे।'
जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को वायुसेना ने उड़ाया
बता दें कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार तड़के
पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविरों को
तबाह कर दिया। इस हमले में बड़ी संख्या में आतंकवादियों व उनके प्रशिक्षकों
को मार गिराया गया। विदेश सचिव विजय के.गोखले ने मीडिया से कहा कि इस नॉन
मिलिटरी प्री-ऐप्टिव ऐक्शन में खासतौर से आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया
गया।
विदेश सचिव गोखले ने कहा कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में आत्मघाती
आतंकी हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था। इस हमले में सीआरपीएफ
के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा ऐसी भी सूचना थी कि जैश के आतंकी
भारत में एकबार फिर आत्मघाती हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं।
एयर स्ट्राइक पर उमर अब्दुल्ला बोले- पाकिस्तान में घुसकर मारना बिल्कुल नया खेल
फ़रवरी 26, 2019
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