जयस बदनावर ने कोटेश्वर महादेव मेला प्रांगण में शबरी जयंती पर जुलूस निकाला। मुख्य अतिथि जयस संरक्षक व मनावर विधायक डाॅ. हीरालाल अलावा थे। कार्यक्रम में आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों पर परिचर्चा की गई। पुलवामा आंतकी हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी। अतिथियों का स्वागत साफा बांधकर एवं माला पहनाकर किया। डाॅ. अलावा के विधायक निर्वाचित होने के बाद प्रथम बदनावर क्षेत्र में आगमन पर 11 किलो फुलों की माला पहनाकर स्वागत किया।
चर्चा कार्यक्रम में वक्ताओं ने आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों जैसे 13 बिन्दु आरक्षण रोस्टर, वन अधिकार अधिनियम की मान्यता समाप्त करने एवं अन्य अधिकारों पर हो रहे कुटाराघात हमलों पर राज्य एवं केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को संरक्षण देने के लिए विशेष व्यवस्था करने के लिए कहा। बावजूद बात नहीं मानी तो आने वाले चुनाव में सरकार को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
इधर, बदनावर जयस की पूर्व कार्यकारिणी भंग कर सर्वानुमति एवं जयस प्रदेशाध्यक्ष अंतिम मुजालदा की सहमति एवं डाॅ. अलावा की अनुशंसा पर नवीन कार्यकारिणी गठित की। जिसमें बदनावर जयस अध्यक्ष बाला मोरी, कार्यकारी अध्यक्ष गेंदालाल भाभर, संरक्षक संतोष मुनिया को बनाया। कार्यक्रम में बदनावर जयस की नागझिरी-कोटेश्वर-कोद टीम का सहयोग रहा।
संवैधानिक अधिकारों पर परिचर्चा कार्यक्रम में डाॅ. अलावा के साथ राजन कुमार नई दिल्ली, राष्ट्रीय जयस प्रचारक नई दिल्ली साहेबसिंह कलम (फौजी), राष्ट्रीय जयस प्रवक्ता बाबु भाई डामोर, जयस प्रदेशाध्यक्ष अंतिम मुजाल्दा, डाॅ. अभय ओहरी रतलाम, दिनेश श्याम अनुपपुर, डीएस गणावा गंधवानी, हेमलता कटारा रतलाम, पुष्पा जमरा रतलाम सहित अन्य जिलों से आए वक्ताओं ने भाग लिया।