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पिता को फांसी के फंदे पर झूलते देख बच्चे चीखे, पड़ोस में रहने वाले टीआई ने आकर बचाया

बैतूल
 बैतूल बाजार थाने के कैलाश वार्ड में पत्नी से विवाद में पति ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। विवाद के बाद रात करीब 11 बजे पति ने पूरे परिवार के लोगों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद दरवाजा बंद कर फांसी पर झूल गया। बच्चे जोर-जोर से रोने लगे। समीप रहने वाले बैतूल बाजार टीआई एडी कनारे को देखकर बोले - अंकल पापा को बचाओ। यह देखकर टीआई उनके घर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर फंदे पर झूल रहे उनके पिता की जान बचाई। 
बैतूल बाजार के टीआई एडी कनारे ने बचाई जान।
एक मिनट होती देरी तो चली जाती जान : बैतूल बाजार टीआई एडी कनारे ने कर्मचारी की जान बचाकर फर्ज निभाया। उन्हें कर्मचारी अनंत रेड्डी के परिवार वालों व बच्चों ने दिल से दुआ दी। कनारे ने बताई टोल नाके का कर्मचारी फंदे पर झल गया थे। यदि एक मिनट की देरी हो जाती तो उनकी जान चली जाती और बच्चे बेसहारा हो जाते। 
पंखे के सहारे लगाई थी फांसी, हवा में झूल रहे थे पैर 
बैतूल बाजार थाना टीआई एडी कनारे ने बताया कि कैलाश वार्ड में थाने के सामने, किराए के मकान में रह रहे टीआई के पड़ोसी, टोल नाका कर्मी अनंत रेड्डी का उसकी पत्नी से किसी बात को लेकर शनिवार रात को विवाद हो गया था। इस पर कर्मचारी ने घर के सभी सदस्यों को बाहर निकाल दिया। घर में उसकी पत्नी, एक बालक 4 साल, एक बालिका 6 एवं 26 साल का भतीजा रहता है।
टीआई ने बताया मैं ड्यूटी से आकर भोजन कर लेटा था। तभी बच्चों के रोने की आवाज आई। पहले तो मैंने सोचा कि ऐसे ही रो रहे होंगे। लेकिन थोड़े देर में बच्चों के जोर-जोर से चींखने की आवाज आई तो बाहर निकला। जैसे ही घर के बाहर निकला तो कर्मचारी के बच्चे मेरे पास आए और बोले अंकल पापा को बचाओ। कर्मचारी ने अंदर से दरवाजा बंद कर रखा था। दरवाजे को जोर-जोर से धक्का दिया तो उसकी चटकनी टूटने से दरवाजा खुल गया। अंदर देखा तो वह फंदे पर लटका था। उसकी जीभ बाहर निकली थी। लेकिन सांसे चल रही थीं। इसलिए तुरंत उसके पैरों को पकड़कर उसे उठाया रखा। उसकी पत्नी और भतीजे को फंदा काटने के लिए कहा। फंदा काटने के बाद उसे अस्पताल ले गए। युवक की हालत ठीक है। 

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