भोपाल
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने
भोपाल में विवादित बयान देकर सियासत को गरमा दिया। विजयवर्गीय शनिवार को
यहां कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे। भोपाल मध्य विधानसभा सीट से चुनाव
हारे भाजपा नेता सुरेंद्रनाथ सिंह की हार को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव
में कई नेता हारे, लेकिन सबसे ज्यादा दुख सुरेंद्रनाथ के हारने का है।
राष्ट्रवादी सरकार जो गोहत्या रोकती है, उसके सामने एक बीफ खाने वाला
व्यक्ति चुनाव जीत गया। यह हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए शर्म की बात है। बता
दें कि सुरेंद्रनाथ को कांग्रेस नेता आरिफ मसूद ने चुनाव में हराया था।
कैलाश के बयान पर मसूद ने पलटवार किया कि वे जिस सीट से चुनाव जीते हैं,
वहां 60 फीसदी हिंदू हैं। यह लोकसभा चुनाव के दौरान भी दिखाई देगा।
कांग्रेस इससे ज्यादा मतों से यहां जीत दर्ज करेगी। मसूद ने यह भी कहा कि
जिन्होंने ऐसा कहा है, वे (कैलाश) मेरे साथ डिनर पर बैठे हैं क्या। मैंने
तो कभी ऐसा काम नहीं किया। विजयवर्गीय राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं, उन्हें
ऐसे शब्दों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
हस्त रेखा देखता हूं, इस सरकार की आयु छोटी है : कांग्रेस
सरकार पर टिप्पणी करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि दिल्ली में लोग पूछते हैं
कि मप्र में मुख्यमंत्री कौन है। मैंने कहता हूं- दिग्विजय सिंह, कमलनाथ
और ज्योतिरादित्य सिंधिया। इसीलिए यह सरकार अपने असंतोष से गिरेगी।
कांग्रेस के विधायक घुटन महसूस कर रहे हैं। हस्तरेखा देखता हूं, इस सरकार
की आयु की रेखा टूटी हुई है। ज्यादा दिन नहीं चलेगी।
उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह ने पूरे प्रदेश को नापा। श्रवण कुमार बनकर
हमारे जनता की सेवा की। हम सरकार नही बना पाई, लेकिन वोट प्रतिशत में आज भी
कांग्रेस से आगे हैं। इसी दौरान एक कार्यकर्ता ने पूछा कि क्या मप्र की
लंगड़ी-लूली सरकार को गिराने की तैयारी चल रही है? इस पर विजयवर्गीय ने
चुटकी ली और कहा, दिग्विजय सिंह की कसम खाकर कह रहा हूं कि लंगड़ी-लूली
सरकार नहीं गिरा रहे हैं। खुद गिर जाए तो क्या कहेंगे?
सांसदों से नाराजगी है तो मोदी से नहीं : कार्यकर्ताओं
से स्वतंत्रदेव सिंह ने अपील करते हुए कहा विधायक-सांसद से नाराजगी हो
सकती है, लेकिन नरेंद्र मोदी से किसी भी नाराजगी नही हो सकती। देश के
दुश्मनों से तो नरेंद्र मोदी लड़ लेंगे, देश के अंदर के दुश्मनों से भाजपा
को लड़ना है।
भाजपा नेता के बयान से गरमाई सियासत
फ़रवरी 24, 2019
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