पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवार भारतीय वायुसेना के एयर स्ट्राइक से बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि शहादत का बदला लेकर सेना ने उन्हें खुशी दी है। शहीद रमेश यादव की पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय वायुसेना को धन्यवाद दिया। वहीं शहीद की मां ने कहा कि और आतंकियों को मारा
वाराणसी के शहीद रमेश यादव के घर 12 दिन बाद उनकी पत्नी और मां के चेहरे पर थोड़ी सी खुशी लौटी है। इसका कारण बनी है भारतीय वायुसेना, जिसके मिराज-2000 बमवर्षक विमानों ने भोर में तकरीबन तीन बजे पकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर 1000 किलो बम गिराए और आतंकियों के तीन बड़े ठिकानों को तबाह कर दिया। इस सूचना पर शहीद रमेश के घर उनकी शहादत के बाद पहली बार ख़ुशी का माहौल है।
इस ख़ुशी में जहां पत्नी के चेहरे पर पहली बार मुस्कान आई तो उन्होंने प्रधानमंत्री और भारतीय वायुसेना को धन्यवाद दिया। साथ ही पकिस्तान में बैठे एक-एक आतंकी को खत्म करने की बात कही। वहीं, शहीद की मां ने कहा कि इस कार्रवाई से तसल्ली मिली है पर प्रधानमंत्री जी से अनुरोध है कि और बड़ी कार्रवाई करें।
'पाकिस्तान इसी का हकदार'
हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के हेड कॉन्स्टेबल रमेश यादव के घर तोफापुर में सभी टीवी के सामने बैठे भारत की सैन्य कार्रवाई का समाचार देख रहे थे। पिछले 11 दिनों से आंसू बहा रही शहीद की पत्नी के चहेरे पर हल्की मुस्कान थी तो मां के दिल में बेटे के खोने के दर्द के साथ-साथ देश की वायुसेना की कर्रवाई से जोश भी था। शहीद की पत्नी रेनू यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद कि उन्होंने पकिस्तान को जवाब देना शुरू कर दिया है। पकिस्तान इसी का हकदार है। वहीं शहीद की मां इस हमले से खुश तो हैं पर उन्होंने कहा कि इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। एक-एक आतंकी को चुन-चुन के मारो, तभी सभी शहीदों की माताओं को शहादत का बदला मिलेगा।
पाकिस्तान पर इसी तरह बनाएं दबाव
पुलवामा अटैक में शहीद हुए विजय मौर्य के भाई ने कहा कि हम बहुत खुश हैं कि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान में जाकर जैश ए मोहम्मद के कैंप पर हमला किया, लेकिन हम चाहते हैं कि पाकिस्तान पर दबाव बना रहे ताकि कोई भी जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन की हिम्मत न पड़े कि वह फिर कभी भारत पर हमला करे।
'आखिर कब तक कुर्बानी देते रहेंगे?'
वहीं, इंडियन एयरफोर्स के एयर स्ट्राइक से पुलवामा अटैक में शहीद अजय कुमार के घर (मेरठ) में उनके परिजन बेहद खुश हैं। अजय के पिता ने कहा, 'मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई। आखिर कब तक हम कुर्बानी देते रहेंगे? यह तो बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था।'