भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 126 रन ही बना सकी। जसप्रीत बुमराह की अगुआई वाले गेंदबाजी आक्रमण ने हालांकि टीम को अंतिम ओवर तक मैच में बनाए रखा लेकिन यह नाकाफी था। भारतीय कप्तान विराट कोहली पहले ही कह चुके हैं कि मई-जुलाई में होने वाले विश्व कप के लिए उनकी टीम लगभग तय है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टी20 और पांच वनडे में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को मौका मिलने की संभावना से उन्होंने इनकार नहीं किया है।
फिर मिल सकता है केएल राहुल-पंत को मौका
कप्तान कोहली लोकेश राहुल और ऋषभ पंत दोनों को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अधिकांश मैचों में मौका दे सकते हैं। भारत ने नियमित सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को आराम देकर राहुल को मौका देने का फैसला किया जिन्होंने वापसी करते हुए पहले मैच में 36 गेंद में 50 रन की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में राहुल का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था, जिसके बाद एक टीवी शो पर महिलाओं के प्रति विवादास्पद बयान के कारण उन्हें और हार्दिक पंड्या को अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया गया था।
बाद में प्रतिबंध हटा दिया गया लेकिन इन दोनों को अब भी जांच का सामना करना होगा। सीरीज दांव पर लगी है और ऐसे में यह देखना होगा कि रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज करने के लिए फिर धवन को मौका दिया जाता है या फिर टीम विशाखापत्तनम की सलामी जोड़ी को एक बार फिर मौका देती है।
गेंदबाजी में हो सकता है बदलाव
ब्रेक से वापसी करते हुए बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी की, लेकिन उमेश यादव ने काफी रन लुटाए और अंतिम ओवर में 14 रन का बचाव करने में नाकाम रहे। भारत उमेश की जगह सिद्धार्थ कौल को मौका दे सकता है या फिर बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए ऑलराउंडर विजय शंकर को अंतिम एकादश में शामिल कर सकता है।
कार्तिक को आखिरी मौका
मेजबान टीम पहले टी20 में लंबे निचले क्रम के साथ उतरी थी, जिसका असर उसके अंतिम स्कोर पर पड़ा और टीम 9वें ओवर में एक विकेट पर 69 रन बनाकर अच्छी स्थिति में होने के बावजूद मजबूत स्कोर खड़ा करने में विफल रही। विश्व कप टीम में जगह बनाने के प्रबल दावेदार पंत रविवार को जल्द आउट होने के बाद अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे और दिनेश कार्तिक की नजरें भी बड़े स्कोर पर टिकी होंगी। विश्व कप से पहले कार्तिक के पास छाप छोड़ने का यह अंतिम मौका होगा।
निगाहें एक बार फिर धोनी पर
सभी की नजीरें एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी पर टिकी होंगी जिन्हें विजाग में जूझना पड़ा था और वह 37 गेंद में सिर्फ नाबाद 29 रन बना पाए थे, जिससे भारत ने सात विकेट पर 126 रन बनाए। धोनी ऑस्ट्रेलिया और न्यू जीलैंड में ठोस प्रदर्शन से अपने आलोचकों को शांत करने में सफल रहे लेकिन रविवार को उनकी धीमी पारी से एक बार फिर उन पर सवाल उठने लगे हैं।
मयंक पर विराट को विश्वास
पदार्पण कर रहे लेग स्पिनर मयंक मार्कंडेय (चार ओवर में बिना विकेट के 31 रन) को कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन कप्तान कोहली के अनुसार उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की। इस 21 वर्षीय स्पिनर को एक और मौका मिल सकता है। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया के पास हाल के समय में भारत के खिलाफ सीरीज जीतने का अच्छा मौका है। टीम को कोहली की टीम के खिलाफ स्वदेश में टेस्ट और एकदिवसीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था।
मैक्सी से मेहमान टीम को उम्मीद
पहले मैच में भारत को धीमी पिच पर 126 रन पर रोककर ऑस्ट्रेलियाई टीम खुश होगी लेकिन बल्लेबाजी टीम के लिए चिंता का सबब है। ऑस्ट्रेलियाई टीम एक समय काफी मजबूत स्थिति में होने के बावजूद पहला मैच अंतिम ओवर में ही जीत पाई और उन्हें पता है कि भारत चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच पर आसानी से घुटने नहीं टेकने वाला। कप्तान आरोन फिंच की नजरें बड़ी पारी पर टिकी होंगी और टीम को ग्लेन मैक्सवेल से एक बार फिर आक्रमाक पारी की उम्मीद होगी जिन्होंने पहले मैच में 43 गेंद में 56 रन बनाए।
टीमें इस प्रकार हैं...
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, शिखर धवन, ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक, महेंद्र सिंह धोनी, क्रुणाल पंड्या, विजय शंकर, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव, सिद्धार्थ कौल और मयंक मार्कंडेय।
ऑस्ट्रेलिया: आरोन फिंच (कप्तान), डार्सी शार्ट, पैट कमिंस, एलेक्स कैरी, जेसन बेहरेनडोर्फ, नाथन कूल्टर नाइल, पीटर हैंड्सकोंब, उस्मान ख्वाजा, नाथन लियोन, ग्लेन मैक्सवेल, झाय रिचर्डसन, केन रिचर्डसन, मार्कस स्टोइनिस, एश्टन टर्नर और एडम जम्पा।